सर्वाधिक आबादी वाले देश चीन में अब तीसरे बच्चे पर ढील

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    यद्यपि चीन की आबादी दुनिया में सर्वाधिक 1.41178 अरब है लेकिन उसमें बूढ़ों की संख्या ज्यादा है. युवाओं की आबादी अपेक्षाकृत कम है और अब तक की सरकारी नीतियों की वजह से बच्चे भी कम हो रहे थे. पिछले 5 वर्षों से वहां एक परिवार 2 बच्चे की नीति चली आ रही थी लेकिन चीन में घटती जा रही जन्म दर और लगातार बूढ़ी होती आबादी से परेशान होकर वहां की सरकार ने अब नागरिकों को 3 बच्चे पैदा करने की अनुमति दे दी है. चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने माना कि जनसंख्या वृद्धि पर लगाए गए कड़े प्रतिबंधों की वजह से देश का भविष्य खतरे में पड़ गया.

    इसकी वजह से आगे चलकर उद्योगों में पर्याप्त श्रमिक नहीं मिल पाएंगे. यही सब सोचकर यह निर्णय लिया गया. चीन में 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की आबादी बढ़कर 26.4 करोड़ हो गई है. देश के 15 से 59 वर्ष उम्र के लोगों की आबादी 89.4 करोड़ है. चीन ने देश को मजबूत अर्थव्यवस्था बनाने के लिहाज से 1980 से जनसंख्या नियंत्रण शुरू किया था. पहले ‘एक परिवार एक बच्चा’ वाली नीति लागू की गई. फिर 2016 में युगलों को 2 बच्चों की अनुमति दी गई लेकिन बढ़ती महंगाई, छोटे आवास, काम के अधिक घंटे तथा माताओं के साथ नौकरी में होने वाले भेदभाव की वजह से दंपति बच्चों को जन्म देने से कतराते रहे.

    इन दंपति को अपने परिवार के बुजुर्गों की देखभाल पर भी खर्च करना पड़ता है. पिछले 4 वर्षों से चीन में जन्म दर घटती चली जा रही है. अब चीन की संस्कृति कुछ ऐसी हो गई है कि परिवार एक बच्चे को ही पर्याप्त मानने लगे हैं. वैसे इस नीति की घोषणा से चीन की उन महिलाओं ने राहत की सांस ली है जिनके पहले से 3 बच्चे हैं और उन्हें नियमोल्लंघन की वजह से सजा का डर बना हुआ था.