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कोरोना संकट(Coronavirus) ने न केवल बड़े पैमाने पर लोगों को बेरोजगार (Unemployment) किया बल्कि उद्योग-धंधों के उत्पादन में भी कमी ला दी क्योंकि मांग ही नहीं थी. विगत कई महीनों से जारी इस निराशाजनक स्थिति के बाद अब यह किंचित राहत की बात है कि जॉब मार्केट में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं. नवंबर की तुलना में दिसंबर 2020 में 14 प्रतिशत ज्यादा लोगों को नौकरियां मिलीं.

यह बात अलग है कि नौकरियों (Jobs) का यह आंकड़ा 2019 की तुलना में कमजोर है. यह बताया गया कि ट्रैवल, हास्पिटैलिटी तथा रिटेल सेक्टर में हालत वापस पटरी पर आ रही है. दिसंबर में भर्ती के जो आंकड़े सामने आए हैं, वे नए वर्ष में मजबूत सुधार का संकेत दे रहे हैं. आईटी, बीपीओ के अलावा मेडिकल व फार्मा सेक्टर(Medical and Pharma) Sectorमें भर्तियों में सुधार हुआ. दिसंबर में सबसे ज्यादा रिकवरी महानगरों के जॉब मार्केट में हुई. नवंबर माह के मुकाबले दिसंबर में पुणे में 18 प्रतिशत अधिक और दिल्ली में 16 प्रतिशत अधिक भर्तियां हुईं. यदि टीयर-2 दर्जे के शहरों की बात की जाए तो भर्ती के मामले में कोयम्बतूर में 30 फीसदी, अहमदाबाद में 20 फीसदी तथा जयपुर में 15 फीसदी अधिक इजाफा हुआ.

बीमा सेक्टर में नवंबर के मुकाबले दिसंबर में 45 प्रतिशत ज्यादा भर्ती हुई. वजह यह भी थी कि कोरोना महामारी को देखते हुए लोग जीवन बीमा व हेल्थ इंश्योरेंस कराने के लिए ज्यादा जागरूक हुए. भर्ती के मामले में आटो तथा एंसिलियरी सेक्टर दूसरे स्थान पर रहा जहां 33 प्रतिशत ज्यादा नौकरियां दी गईं. वर्ष के अंत में ऑफर के साथ कारों व उनमें लगने वाले सामान की खरीदारी बढ़ी. फार्मा और बायोटेक में नवंबर की तुलना में 28 फीसदी, एफएमसीजी सेक्टर में 21 फीसदी व आईटी सॉफ्टवेयर में 11 प्रतिशत ज्यादा भर्तियां हुईं. अर्थ विशेषज्ञ मानते हैं कि अर्थव्यवस्था(Economy)का तेजी से पुनरुद्धार हो सकता है. लॉकडाउन तथा आर्थिक गतिविधियों में गिरावट की वजह से जो मांग गायब हो गई थी, वह फिर वापस आ रही है. आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा दिए जाने की नई नीति से चीन से आयात को हतोत्साहित कर घरेलू उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है. सरकार ने रियल इस्टेट सेक्टर को प्रोत्साहन दिया है तथा विभिन्न क्षेत्रों के लिए बूस्टर पैकेज लेकर आई है. ग्रामीण स्तर पर सरकार डेयरी, पोल्ट्री फार्मिंग, बागवानी, फूलों की पैदावार, कुटीर उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण के जरिए रोजगार सृजन करना चाहती है. चीन से मोहभंग होने के साथ पूरी दुनिया भारत की ओर ही देख रही है.