महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ के गांवों में पहुंची प्रवासियों की भारी भीड़ से कोरोना संक्रमण तेजी के साथ फैल सकता है। महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग ने राज्य के लोगों को जो कि मुंबई, पुणे, ठाणे, नाशिक में अटके हुए थे, घर लौटने के लिए 3.69 लाख पास जारी किए।
कोरोना महामारी के इस दौ्र में मुंबई, पुणे जैसे शहरों में फंसे लाखों लोग अपने गांव जाने लगे हैं। इसमें यह नहीं पता कि कौन अपने साथ कोरोना का संक्रमण लेकर आया है। जो संकट घनी आबादी वाले शहरों मे व्याप्त था, वह अब प्रवासियों के माध्यम से गांवों में भी पहुंचने की आशंका बलवती हो उठी है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ के गांवों में पहुंची प्रवासियों की भारी भीड़ से कोरोना संक्रमण तेजी के साथ फैल सकता है। महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग ने राज्य के लोगों को जो कि मुंबई, पुणे, ठाणे, नाशिक में अटके हुए थे, घर लौटने के लिए 3.69 लाख पास जारी किए। यह उचित भी था क्योंकि काम धंधा बंद हो जाने तथा स्कूल, कालेज, कार्यालय में काम ठप हो जाने से वे लोग करत भी क्या। होटल, भोजनालय, बंद हो जाने से खाने की भी दिक्कत थी। केवल मजदूर ही नहीं, नौकरी पेशा लोग भी अपने घर लौटने के लिए बुरी तरह व्याकुल हो रहे थे। उनका शहरों में रुकने का कोई प्रयोजन नहीं रह गया था। राज्य सरकार ने इन लोगों को यात्रा पास जारी कर दिया और जो भी साधन मिला, उससे ये प्रवासी अपने घरों को लौटने लगे मगर इससे जिलों के अधिकारियों की चिंता व समस्या बढ़ गई। ऐसा होना स्वाभाविक भी था। यदि शहरों से आने वाले ये प्रवासी दिशानिर्देशों का पालन नहीं करते हुए सीधे अपने घर पहुंच जाते हैं तो इससे कोरोना संक्रमण तेजी से फैलकर स्थानीय लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है। कोल्हापुर, सोलापुर, नांदेड, सिंधु दुर्ग व रत्नागिरी जैसे जिलों के अधिकारी इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं। कोल्हापुर के जिलाधिकारी ने पुणे के संभागीय आयुक्त के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग में कहा कि यदि लोग क्वारंटाइन या आइसोलेशन के आदेशों का पालन नहीं करते हैं या कोविड-19 की जांच नहीं कराते हैं तो यह स्थानीय आबादी को नुकसान पहुंचा सकता है। अभी राज्य के गांव काफी हद तक निरापद है लेकिन शहरों से वहां आने वाली प्रवासियों की भीड़ से कोरोना वायरस फैल सकता है। मुंबई, पुणे जैसे शहरों से आने वाले लोगों को सख्त निर्देश दिए जाने चाहिए कि उन्हें अनिवार्य दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल ने भी इसी तरह की चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों में बाहर से आने वाले कुछ लोगों के कारण कोल्हापुर में कोरोना संक्रमण फैल गया। लोगों के आने जाने के कारण बीमारी न फैले, इसके लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। लाकडाउन तीसरे चरण तक गडचिरोली जिला ग्रीन जोन बना हुआ था लेकिन अब वहां भी यात्रियों के आने से कोरोना पाजिटिव की संख्या 5 हो गई।