असहमति का मतलब राष्ट्रद्रोह कदापि नहीं

ऐसे समय पर जब सीएए व एनआरसी के खिलाफ छात्रों के आंदोलन को राष्ट्रविरोधी कहा जा रहा है, सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति डीवाय चंद्रचूड ने छात्रों से कहा कि किसी मुद्दे को लेकर खड़े होना और अपनी असहमति

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ऐसे समय पर जब सीएए व एनआरसी के खिलाफ छात्रों के आंदोलन को राष्ट्रविरोधी कहा जा रहा है, सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति डीवाय चंद्रचूड ने छात्रों से कहा कि किसी मुद्दे को लेकर खड़े होना और अपनी असहमति व्यक्त करना महत्वपूर्ण है. छात्र अपने दृष्टिकोण को अभिव्यक्त कर तथा असहमति का साहस दिखाकर ही अन्य लोगों को सोचने को बाध्य कर सकते हैं. गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में न्या. चंद्रचूड ने छात्रों को स्मरण दिलाया कि कैसे असहमति के अधिकार का लोकतंत्र में महत्व है. विचारों की विविधता राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक व सांस्कृतिक विकास के लिए जरूरी है. यथास्थिति को चुनौती देने से ही परिवर्तन और प्रगति का रास्ता खुलता है. विचार भिन्नता तथा अभिव्यक्ति की आजादी भारतीय लोकतंत्र का सार है और उज्ज्वल भविष्य के लिए भी आवश्यक है. न्या. चंद्रचूड का स्पष्ट मत है कि असहमति को राष्ट्रविरोधी करार देना लोकतंत्र पर आघात है. असहमति पर अंकुश लगाने के लिए सरकारी तंत्र का इस्तेमाल डर की भावना पैदा करता है. यह कानून के शासन का उल्लंघन है. असहमति का संरक्षण यह स्मरण दिलाता है कि एक निर्वाचित सरकार हमें विकास और समाजिक समन्वय के लिए न्यायोचित औजार प्रदान करती है. असहमति लोकतंत्र का सेफ्टीवाल्व है. इसी प्रकार बाम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद पीठ ने सीएए व एनआरसी के खिलाफ आंदोलन के लिए जिला प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के विरोध में दायर याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा कि सरकार के विरोध में शांति की राह से आंदोलन करना जनता का अधिकार है, उसे छीना नहीं जा सकता. सरकार के विरुद्ध आंदोलन का मतलब देशद्रोह नहीं है. यदि लोगों को लग रहा है कि कोई कानून नागरिकों के मूलभूत अधिकारों को नुकसान पहुंचाने वाला है तो उसके विरोध में आंदोलन करने का अधिकार जनता को है. शांतिपूर्ण अहिंसक आंदोलन हमारा इतिहास है इसलिए कानून-व्यवस्था का कारण बताकर उस पर पाबंदी नहीं लगाई जा सकती. ऐसे समय जबकि सरकारी फैसले व नीतियों से असहमति को राष्ट्रविरोधी करार दिया जा रहा है, तब ऐसे फैसलों का महत्व विशेष रूप से बढ़ जाता है.