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    नई दिल्ली: MPPSC परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए एक बड़ी खबर है। जी हां मध्य प्रदेश सरकार (Government of Madhya Pradesh) ने एमपीपीएससी परीक्षा के संबंध में  बड़ा फैसला लिया है। आपको बता दें कि इसके अनुसार, राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की आयु सीमा बढ़ाने का फैसला किया गया है। यह फैसला लेने के पीछे एक महत्वपूर्ण वजह है। आइए जानते है क्या है पूरी खबर… 

    बढ़ाई आयु सीमा

    दरअसल राज्य सरकार ने यह निर्णय इसलिए लिया गया, क्योंकि COVID-19 महामारी के चलते एमपीपीएससी की परीक्षाएं आयोजित नहीं की जा सकीं और इस दौरान कई उम्मीदवारों ने योग्य आयु पार कर ली थी। ऐसे में, इन अभ्यर्थियों की समस्या को समझते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने यह अहम फैसला लिया है, इस फैसले से कई उम्मीदवारों को राहत मिलेगी। 

    CM शिवराज सिंह चौहान ने कहा..

    आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने घोषणा की है कि, एमपीपीएससी की परीक्षाओं में बैठने वाले उम्मीदवारों की आयु सीमा में तीन साल की वृद्धि की घोषणा की। इस फैसले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, “हाल के वर्षों में COVID-19 महामारी के कारण MPPSC परीक्षाएं आयोजित नहीं की जा सकीं और इस बीच, कई उम्मीदवारों ने अधिकतम आयु सीमा कर ली है।

    एक साल के लिए फैसला 

    इसके आगे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समस्या से जूझ रहे कई उम्मीदवार उनसे मिले हैं और उनका खुद मानना ​​है कि यह उन लोगों के साथ अन्याय है, जिन्होंने पात्र उम्र पार कर ली है। उन्होंने कहा, “हमने सिर्फ एक बार के लिए अधिकतम आयु सीमा में तीन साल की छूट देने का फैसला किया है, ताकि ऐसे उम्मीदवारों के साथ न्याय हो सके। हालांकि कैंडिडेट्स इस बात का ध्यान रखें कि यह सिर्फ एक साल लिए है। 

    इतनी चाहिए आयु सीमा 

    इस बारे में एमपीपीएससी के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि फिलहाल में अनारक्षित वर्ग के लिए आयु सीमा 40 वर्ष है, जबकि महिलाओं और अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी), आर्थिक कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए यह 45 वर्ष है। फ़िलहाल आयु सीमा के इस फैसले को लेकर एमपीपीएससी के उम्मीदवार खुश है।