शशि थरूर ने एक पुराने ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अनुपम खेर को घेरा था। फिर अनुपम खेर भी कहा चुप बैठने वालो में से है, उन्होंने भी शशि थरूर को दिमागी रूप से कंगाल बता दिया।
मुंबई. पिछले कुछ दिनों से बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हो गए है। वह आए दिन सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया देते रहते है। हाल ही में अनुपम खेर ने कांग्रेस नेता सांसद शशि थरूर पर निशाना साधा है। दरअसल, शशि थरूर ने एक पुराने ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अनुपम खेर को घेरा था। फिर अनुपम खेर भी कहा चुप बैठने वालो में से है, उन्होंने भी शशि थरूर को दिमागी रूप से कंगाल बता दिया।
दरअसल, अनुपम खेर ने साल 2012 में एक ट्वीट किया था। इस ट्वीट में उन्होंने एडवर्ड एबे के एक कथन को लिखा था,जिसमे लिखा था, “एक देशभक्त को हमेशा अपनी सरकार से अपने देश की हिफ़ाजत करने के लिए तैयार रहना चाहिए।” बता दे कि उस समय देश में यूपीए की सरकार थी।शशि थरूर ने इसी ट्वीट को रीट्वीट करते हुए मार्क ट्वेन का कथन लिखा। उन्होंने कहा- “शुक्रिया अनुपम खेर, आपसे पूरी तरह सहमत हूं। अपने देश का हमेशा साथ देना और जब ज़रूरत हो तब सरकार का साथ देना देशभक्ति है।” बस इसके बाद ट्विटर वॉर शुरू हो गया है। शशि थरूर की ऐसी हरकत देखकर अनुपम खेर भी कहा चुप रहने वाले थे।
उन्होंने शशि थरूर के इस ट्वीट पर लिखा- “प्रिय शशि थरूर, आपने मेरे 2012 के ट्वीट को ढूंढकर निकाला। आज उस पर टिप्पणी की। यह ना केवल आपकी बेरोज़गारी और दिमागी कंगाली का प्रमाण है, बल्कि आप इंसानी तौर पर कितना गुर चुके हैं, इसका भी सबूत है। मेरा यह ट्वीट जिन लोगों के लिए था, वे आज भी भ्रष्टाचार का प्रतीक हैं। आप इसे जानते हैं।”
प्रिय @ShashiTharoor! आपने मेरे 2012 के ट्वीट को ढूंढकर निकाला, आज उस पर टिप्पणी की। ये न केवल आपकी बेरोज़गारी और दिमाग़ी कंगाली का प्रमाण है।बल्कि आप इंसानी तौर पर कितना गिर चुके हैं इसका भी सबूत है।मेरा ये ट्वीट जिन लोगों के लिए था वह आज भी भ्रष्टाचार का प्रतीक हैं।You Know It. pic.twitter.com/IUaD9vVPwM
— Anupam Kher (@AnupamPKher) June 28, 2020
अनुपम खेर का ट्वीट देखकर शशि थरूर भी कहां पीछे हटने वाले थे। उन्होंने इसका जवाब देते हुए लिखा- “प्रिय अनुपम खेर, तो आपके 2012 के ट्वीट के बारे में बताया नीचे गिरना है। उस सरकार के बारे में क्या कहेंगे, जो सिर्फ़ 1962, 1975 और 1984 के बारे में बात करती रहती है। यह भी बेरोज़गारी और दिमागी कंगाली का अंतिम प्रमाण है? मेरा ये ट्वीट जिन लोगों के लिए हैं वह आज भी अपनी नाकामयाबी दिखा रहे हैं भारत के सीमे में। “
. Dear @anupamPKher: So my quoting your 2012 tweet is stooping low; what would you say about a Govt that only quotes 1962,1975& 1984? यह भी बेरोज़गारी और दिमाग़ी कंगाली का अंतिम प्रमाण है? मेरा ये ट्वीट जिन लोगों के लिए हैं वह आज भी अपनी नाकामयाबी दिखा रहे हैं भारत के सीमे में.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 28, 2020