मुंबई: शुक्रवार को फिल्म 'शिकारा' की पहली बार सार्वजनिक समीक्षा (firsthand public review) की गई। निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा की इस फिल्म को देखने के बाद कश्मीरी पंडित समुदाय से जुड़ी एक महिला ने थिएटर
मुंबई: शुक्रवार को फिल्म ‘शिकारा’ की पहली बार सार्वजनिक समीक्षा (firsthand public review) की गई। निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा की इस फिल्म को देखने के बाद कश्मीरी पंडित समुदाय से जुड़ी एक महिला ने थिएटर में तोड़-फोड़ कर दी। महिला ने आरोप लगाया कि चोपड़ा ने 1990 के दशक के कश्मीरी पंडित पलायन के पूरे मुद्दे का बाजारीकरण किया और अपनी फिल्म में इस्लामिक कट्टरपंथी समूहों द्वारा किए गए नरसंहार, सामूहिक बलात्कार और सामूहिक हत्याओं सहित समुदाय की वास्तविक पीड़ा को चित्रित नहीं किया। उस महिला ने कहा “यह आपक बाजारीकरण आपको मुबारक हो, एक कश्मीरी पंडित के रूप में, मैंने आपकी फिल्म को अस्वीकार कर दिया, मैंने इसे अस्वीकार कर दिया।"
Kashmiri Pandit woman breaks down after watching ‘Shikara’, lashes out at director
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— ANI Digital (@ani_digital) February 7, 2020
Shame on @VVCFilms for #Shikara
No matter if Kashmiri Hindu Women Breaks down into tears 😭
Vidhu Vinod Chopra chose money making over facts 🤬
@neelakantha how he said this 👉 "Bahut acha boli , talli bajao, inke liye shikara 2 banayenge" pic.twitter.com/Fun2M1kQgo
— Social Crusader🚩 (@Xs2partner) February 7, 2020