माधुरी सरोज खानमाधुरी दीक्षित ने गुरू पूर्णिमा पर किसे किया याद ?
जानी मानी अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर कोरियोग्राफर एवं अपनी ‘मास्टर जी' सरोज खान को श्रद्धांजलि दी और सुनहरे पर्दे पर महिलाओं को खूबसूरती और गरिमा के साथ पेश करने की उनकी काबिलियत को याद किया।
मुंबई. जानी मानी अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर कोरियोग्राफर एवं अपनी ‘मास्टर जी’ सरोज खान को श्रद्धांजलि दी और सुनहरे पर्दे पर महिलाओं को खूबसूरती और गरिमा के साथ पेश करने की उनकी काबिलियत को याद किया। खान ने चार दशक के अपने करियर में दो हजार से ज्यादा गाने कोरियोग्राफ किए। बृहस्पतिवार देर रात दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।
दीक्षित ने एक लंबे इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि अब भी उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि उनकी ‘‘मास्टर जी” अब इस दुनिया में नहीं हैं। उन्होंने लिखा, ‘‘उनके जैसा मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक को खोना तबाह होने जैसा है। अपने दुख को शब्दों में ढाल पाना मेरे लिए मुश्किल था। जब वह अस्पताल में थीं तो मैंने उनकी बेटी से फोन पर बात की थी और उसने कहा था कि सरोज जी ठीक हो जाएंगी।” दीक्षित आगे लिखती हैं,‘‘ दो दिन बाद वह चली गईं। हमारे बीच गुरु और शिष्य का जो रिश्ता था , वह भरोसा कि सेट पर वह मेरी मां रहेंगी, मुझे उन सब की कमी खलेगी। आज गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।”
उन्होंने कहा कि खान के अंदर किसी महिला को पर्दे पर आकर्षण और गरिमा के साथ पेश करने की क्षमता थी। दीक्षित ने लिखा, ‘‘कोई भी महिला को उनके जैसे पर्दे पर इतनी खूबसूरती के साथ और लोगों द्वारा पसंद किए जाने के तरीके से पेश नहीं कर सकता । वह हर चीज को ऐसे पेश करती थीं जैसे कोई कविता में जान डाल दी गई हो। मैंने उन्हें कहा था कि सरोज जी अगर आप शक्कर होतीं तो मैं आपको अपने चाय के कप में घोल लेती और पी जाती, इस पर वह दिल खोल कर हंसती थीं। मुझे उस मुस्कान की कमी महसूस होगी।” माधुरी ने खान को पुरुषों के वर्चस्व वाले फिल्म जगत में ऐसा व्यक्ति बताया जिसने काफी कुछ बदल दिया।
माधुरी ने कहा,‘‘ सरोज जी मुझसे बहुत से प्रश्न पूछा करती थीं जैसे कि ‘‘तुमने नृत्य क्यों सीखा?” मुझे उनके प्रश्नों की कमी खलेगी। सरोज जी ने फिल्म जगत में काफी कुछ बदल दिया। वह पुरूषों के वर्चस्व वाले पेशे में एक विद्रोही थीं।” उन्होंने कहा,‘‘ उनके व्यक्तित्व में एक रूखापन सा था लेकिन मुझे लगता है कि उनके जीवन में काफी उतार- चढ़ाव थे। मुझे उनके जैसी दृढ़ और मजबूत इरादों वाली महिला की कमी खलेगी।” (एजेंसी)
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