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    मुंबई: ‘भारत कुमार’ के नाम से पहचाने जाने वाले दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार (Manoj Kumar) की अदाकारी ने हर किसी के दिल में अपनी खास जगह बनाई है. वह इंसान मनोज कुमार ही हैं जिन्होंने हिंदी फिल्मों में देशभक्ति का रंग घोला। मनोज कुमार आज अपना 84वां जन्मदिन मना रहे हैं। अभिनेता  का जन्म 24 जुलाई 1937 को हुआ था। मनोज कुमार के जीवन और फिल्मी करियर की यूं तो कई बातें सामने आती रहती हैं। लेकिन उनके जीवन से जुड़ा एक खास किस्सा जो उन्होंने खुद साझा किया था। आज उनके जन्मदिन के मौके पर सुनाते हैं।

    एक समय ऐसा था जब मनोज कुमार को मदद की जरूरत थी। लेकिन किसी एक्ट्रेस ने उनकी मदद नहीं की। ऐसे में नंदा (Nanda) आगे आई थीं और मनोज को सहारा दिया था। ये किस्सा फिल्म ‘शोर’ (Shor) से जुड़ा है।  इस फिल्म की लीड एक्ट्रेस के तौर पर जया भादुरी को फाइनल कर लिया गया था। लेकिन एक छोटे रोल के लिए कोई एक्ट्रेस तैयार ही नहीं हो रही थी। क्योंकि इस किरदार की फिल्म शुरू होने के कुछ देर बाद ही मौत होनी थी। ऐसे में मनोज ने कई एक्ट्रेसेज से बात की। लेकिन कोई उनकी मदद करने को तैयार नहीं था। तब नंदा ने इस रोल के लिए हां कहा था। केवल हां ही नहीं नंदा ने मनोज कुमार के सामने एक शर्त भी रखी थी। नंदा ने मनोज से कहा कि वह इस फिल्म के लिए एक भी पैसा नहीं लेंगी। इस तरह नंदा ने मुश्किल वक्त में मनोज कुमार की मदद की थी। इंटरव्यू में मनोज कुमार ने कहा था कि आप किसी के एहसान का बदला नहीं चुका सकते। लेकिन फिर भी मैंने कोशिश की कि नंदा जी का एहसान उतार सकूं। लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पाया।

    आपको बता दें मनोज कुमार की पहली फिल्म ‘फैशन’ (1957) थी। उसके बाद ‘शहीद’ (1965) से उन्हें लोकप्रियता मिलनी प्रारम्भ हो गई। उन्होंने अधिकतर देशभक्ति फिल्मों में अभिनय किया। वो एक फिल्म निर्माता एवं निर्देशक भी रहे। उन्होंने कई देशभक्ति फिल्में भी बनाई। कुमार ने भूतपूर्व भारतीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के कहने पर ‘उपकार’ बनाई जो शास्त्री जी के दिए हुए नारे ‘जय जवान जय किसान’ पर आधारित थी। मनोज कुमार की फिल्मों में ‘हरियाली और रास्ता’ (1962), ‘वो कौन थी’ (1964), ‘शहीद’ (1965), ‘हिमालय की गोद में’ (1965), ‘गुमनाम’ (1965), ‘पत्थर के सनम’ (1967), ‘उपकार’ (1967), ‘पूरब और पश्चिम’ (1969), ‘रोटी कपड़ा और मकान’ (1974), ‘क्रांति प्रमुख हैं. फिल्म ‘उपकार’ के लिए मनोज कुमार को नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया था।