इस डॉक्टर ने जीता मिस इंग्लैंड का खिताब, कोरोना के चलते कर रही है अस्‍पताल में काम

मुंबई. कोरोनावायरस के वजह से पूरी दुनियाभर में खौफ का माहौल बन गया है। हर कोई इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहा है। इसी बीच खबर मिली है की, साल 2019 में मिस इंग्लैंड का ख़िताब

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मुंबई. कोरोनावायरस के वजह से पूरी दुनियाभर में खौफ का माहौल बन गया है। हर कोई इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहा है। इसी बीच खबर मिली है की, साल 2019 में मिस इंग्लैंड का ख़िताब जीतने वाली डॉक्टर भाषा मुखर्जी एक बार फिर अपना फर्ज निभाते हुए लोगो की सेवा कर रही है। दरअसल, यूके में कोविड 19 पॉजिटिव लोगो की संख्या बढ़ती जा रही है। इसलिए भाषा मुखर्जी ने एक बार फिर अस्पताल जाकर लोगो की सेवा करने का फैसला लिया है।

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भारतीय मूल की डॉक्‍टरभाषा मुखर्जी ने मीडिया को बताया, वह पिछले कुछ दिनों से समाजसेवा के काम के लिए भारत में ही थीं। लेकिन मुझे महसूस हुआ कि, इस मुश्किल समय मुझे घर लौट जाना चाहिए। भाषा आगे कहती है, मुझे घर लौटकर अपने काम पर जाना था। उन्होंने बताया, उन्हें अपने डॉक्टर दोस्तों का मैसेज मिला। बोस्टन के हॉस्पिटल में काम करने वाले उनके दोस्तों ने बताया की वहा कितने गंभीर हालत हो गए है। इसके बाद भाषा ने हॉस्पिटल के प्रशासन को फोन कर बताया कि वह काम पर वापस लौटना चाहती हैं।

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भाषा आगे कहती है, मुझे इस बात का एहसास हुआ की शायद इसी दिन के लिए मैंने डॉक्टर की डिग्री हासिल की है। यह समय है जब मैं अपनी डॉक्टर डिग्री का इस्तेमाल करके लोगो की सेवा कर सकती हूं। इससे अच्‍छा समय नहीं हो सकता मिस इंग्‍लैंड बनने का और इंग्‍लैंड की मदद करने का। ‘ उन्होंने कहा, इस समय पूरी दुनिया वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से जंग लड़ रही है। ऐसे में मैं किसी की मदद कर सकी तो अपने आप को खुशकिस्मत समझूंगी।

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बता दे कि, मार्च के शुरुआती हफ्तों में भाषा भारत में ही थी। लेकिन वायरस के आउटब्रेक के बाद वो वापस लौट गईं। भाषा का जन्म भारत में ही हुआ है। वह जब 9 साल की थी, तब उसका पूरा परिवार यूके शिफ्ट हो गया। भाषा महज 23 साल की है। लेकिन, उसके पास मेडिकल की 2 डिग्री हैं और 5 भाषाओं का ज्ञान हैं।