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आज राजू श्रीवास्तव (Raju Shrivastav) के जन्मदिन पर जानते हैं उनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें...

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मुंबई. काॅमेडी के महानायक राजू श्रीवास्तव (Raju Shrivastav) आज अपना 57 वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने चुटकुलों से सबको लोटपोट कर देने वाले राजू श्रीवास्तव को ‘गजोधर भैय्या’ के नाम से भी पहचाना जाता है। राजू (Raju Shrivastav) ने कई कॉमेडी शो में अपने चुटकलों से लोगों का दिल जीता है। आज राजू श्रीवास्तव (Raju Shrivastav) के जन्मदिन पर जानते हैं उनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें…

राजू श्रीवास्तव (Raju Shrivastav) का जन्म 25 दिसंबर 1963 को कानपुर में हुआ था। उनका असली नाम सत्यप्रकाश श्रीवास्तव है। राजू के पिता रमेश चंद्र श्रीवास्तव कानपुर के एक लोकप्रिय कवि थे। राजू श्रीवास्तव (Raju Shrivastav) बचपन से ही कॉमेडियन बनना चाहते थे। वह बचपन में अपने  टीचर की नकल उतारकर सबको हंसाया करते थे। इसके बाद राजू अपना करियर बनाने के लिए मुंबई आ गये।

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उन्होंने साल 1988 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘तेज़ाब’ में सपोर्टिंग एक्टर के तौर पर काम किया। इसके बाद उन्हें ‘मैंने प्यार किया’, ‘बाजीगर’, ‘आमदनी अठन्नी खर्चा रूपया’, ‘मैं प्रेम की दीवानी’, ‘बिग ब्रदर’ जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग का हुनर दिखाया।

इस दौरान राजू (Raju Shrivastav) ने अपनी कॉमेडी भी शुरू रखी। वह टीवी के शो  ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ में अपनी कॉमेडी से सभी को हँसाने लगे। देखते ही देखते राजू श्रीवास्तव (Raju Shrivastav) कॉमेडी की दुनिया में छा गए।इसके बाद वह बिग बॉस 3 का भी हिस्सा रहे थे। एक्टिंग और कॉमेडी करने के बाद राजू श्रीवास्तव (Raju Shrivastav) ने राजनीति में कदम रखा। उन्होंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में चुनाव लड़ा था। वह कानपुर सीट से समाजवादी पार्टी की टिकट पर खड़े हुए। लेकिन फिर साल 2014 में उन्होंने एसपी का टिकट लौटा दिया और बीजेपी का हाथ थाम लिया। 

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हमेशा दूसरों को हँसाने वाले राजू श्रीवास्तव (Raju Shrivastav) की लव स्टोरी भी काफी इंट्रेस्टिंग है। राजू अपने दूर की रिश्तेदार शिखा से प्यार करते थे। वह 12 सालों तक उनके प्यार में पागल रहे। इन 12 सालों में राजू ने शिखा को पटाने के लिए कई तरीके अपनाये हैं।

राजू श्रीवास्तव (Raju Shrivastav) ने एक इंटरव्यू में बताया कि साल 1981 में उनके बड़े भाई की शादी फतेहपुर में तय हुई थी। वह कानपूर से बारात लेकर गए। वहीं, राजू ने पहली बार शिखा को देखा और पहली नज़र में अपना दिल दे बैठे। राजू ने सोच लिए की वह शिखा से ही शादी करेंगे। शिखा के बारे में छानबीन करने के बाद पता चला कि वह भाभी के चाचा की बेटी हैं।  

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राजू (Raju Shrivastav) ने इंटरव्यू में बताया कि  शिखा के घर के बारे में पता लगाया। तब पता चला कि वह इटावा में रहती हैं। इसके बाद राजू ने किसी तरह शिखा को पटाया। फिर राजू कोई न कोई बहाना लेकर इटावा जाने लगे। लेकिन, शिखा से अपने प्यार का इज़हार करने की हिम्मत नहीं होती थी। इसके बाद अपनी किस्मत आजमाने के लिए वह मुंबई चले गए। फिल्म इंडस्ट्री में काफी स्ट्रगल करने बाद राजू ने एक मुकाम हासिल कर लिया। इसके बाद राजू ने शादी करने फैसला लिया। 

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इसी बीच राजू श्रीवास्तव (Raju Shrivastav) शिखा को चिट्ठी लिखकर उनके बारे में पता लगाया करते थे। वहीं वह यह भी पता करते थे कि कही शिखा की शादी तय तो नहीं हुई। इसके बाद राजू ने शिखा के घर शादी का प्रस्ताव भेजा। राजू ने आगे बताया कि, शादी का प्रस्ताव भेजने के बाद शिखा के भाई मेरे मुंबई वाले घर आये। उन्होंने मेरा घर देखा और उन्हें यकीन हो गया कि उनकी बहन मेरे साथ खुश रहेंगी।

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वहीं, दूसरी तरफ शिखा भी उनके लिए आ रहे हर रिश्ते को मना कर देती थी, जिसके बाद घर वालों को यकीन हो गया कि वह भी मुझसे शादी करना चाहती हैं। इसके बाद 1 जुलाई 1993 में राजू और शिखा शादी के बंधन में बंध गए।