मुंबई: कोरोना महामारी से निपटने के लिए पूरी दुनिया संघर्ष कर रही है। ऐसे में नेता हो या अभिनेता कोई भी कोरोना के कहर से नहीं बच पा रहा है। लॉकडाउन के बीच टीवी के कई सीरियल की शूटिंग रुक गई थी। जिस वजह से अब मुंबई में बसने वाले छोटे-मोटे कलाकारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ,ये सभी अब एक तरह से बेरोजगार हैं। ऐसे में फिल्म ‘नादिया के पार’ फेम एक्ट्रेस सविता बजाज (Savita Bajaj) जीवन के बेहद कठिन दौर से गुजर रही हैं. पाई-पाई को मोहताज सविता बजाज ने हाल ही में बताया था कि वह अपनी बीमारियों के साथ आर्थिक तंगी (Financial issues) के वजह से बेहद परेशान हैं। पैसों की तंगी ऐसी की वृद्धाश्रम में भी उन्हें कोई सहारा देने को तैयार नहीं है। अब खबर है कि सविता बजाज की तबीयत और बिगड़ गई है और वह आईसीयू (Savita Bajaj admitted in ICU) में भर्ती हैं।
‘आजतक’ के साथ बातचीत में ऐक्ट्रेस नूपुर अलंकार (Nupur Alankar) ने इसकी पुष्टि की और बताया कि अभी सविता बजाज की हालत में सुधार है और वह फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं, जहां डॉक्टर्स उनकी निगरानी कर रहे हैं। नूपुर अलंकार, फिलहाल सविता बजाज की देखभाल कर रही हैं। एक्ट्रेस नूपुर ने बताया कि सविता बजाज को सांस लेने में बेहद तकलीफ हो रही थी, जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में लाया गया। हालांकि तबीयत में सुधार होने के बाद ही उन्हें जनरल वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा।
नूपुर अलंकार ने बातचीत में आगे बताया कि सविता बजाज मुंबई की एक चॉल में जिस कमरे में रहती हैं, वहां कोई खिड़की नहीं है और न ही कोई ऐसा रास्ता जहां से साफ हवा आ सके। चूंकि सविता बजाज को सांस लेने में तकलीफ है, इसलिए चॉल के उस कमरे में रहना उनके लिए खतरनाक हो सकता है। नूपुर अलंकार ने बताया कि ऐसी स्थिति को देखते हुए ही उन्होंने सविता बजाज के लिए वृद्धाश्रम में भी बात की थी, पर वहां भी उनके लिए जगह नहीं मिल पा रही है।
एक्ट्रेस ने कहा कि जिस चॉल में वह (सविता बजाज) रहती हैं. वहां एक छोटी सी खिड़की तक नहीं है। ये देखने के बाद मैंने सोचा कि किसी वृद्धाश्रम में बात की जाए, लेकिन कोरोना के कारण कोई दाखिला देने को तैयार नहीं है। उन्होंने बताया कि मैंने अब तक 5 से 6 ओल्ड ऐज होम में कॉल कर लिया है, लेकिन कोई पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं मिला है। कई लोग तो ऐसे भी मिले, जिन्होंने ये सुनते ही फोन काट दिया।