TV actors are struggling with financial and mental problems

टीवी सीरियलों को चलाने के लिये इन कलाकारों को दिन में 12-15 घंटे काम करना पड़ता है।

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मुंबई. दो महीनों से देश में चल रहे लॉकडाउन के प्रभाव से टेलीविजन कलाकार भी नहीं बच पाए हैं। कई आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो कुछ अवसाद और आत्महत्या के विचार आने जैसी मानसिक समस्यायों का सामना कर रहे हैं क्योंकि बकाया राशि मिलने के लिये इंतजार इस उद्योग में 90 दिन के भीतर भुगतान करने के नियम से भी आगे बढ़ चला है और शूटिंग भी रोक दी गई है या रद्द कर दी गई है।

टेलीविजन अभिनेता ज़ान खान ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”मैं हम सभी के लिए बहुत डरा हुआ हूं।” अपने और अपने साथियों के लिए उनका यह डर ग्लैमर इंडस्ट्री की कड़वी सच्चाई को उजागर करता है। उनकी इस चिंता से कई अभिनेताओं ने सहमति जताई। टीवी सीरियलों को चलाने के लिये इन कलाकारों को दिन में 12-15 घंटे काम करना पड़ता है।  मनोरंजन जगत में 90 दिन में भुगतान का नियम हमेशा से कठिन रहा है लेकिन 25 मार्च से चले आ रहे इस लॉकडाउन के कारण बिना आमदनी के मुंबई जैसे महंगे शहर में किश्तें, किराया, भोजन आदि के खर्चें उठाना नामुमकिन सा हो गया है।

इन कलाकारों की चिंता तब और बढ़ गयी, जब 15 मई को ‘आदत से मजबूर’ के अभिनेता मनमीत ग्रेवाल ने अपने मुबंई स्थित घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनके दोस्त और निर्माता मनजीत सिंह राजपूत ने बताया था कि 32 वर्षीय अभिनेता आर्थिक तंगी से जूझ रहा था और अवसाद में भी था।

जान ने कहा कि उनके शो “हमारी बहू सिल्क” के एक साथी अभिनेता ने भी बकाया वेतन ना मिलने के कारण आत्महत्या करने की सोची।  जी टीवी के इस शो के कलाकारों और अन्य कर्मचारियों ने कहा कि वे लगभग एक साल से अपना बकाया पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं