संगीतकार वाजिद खान को परिवार और करीबी दोस्तों की मौजूदगी में वर्सोवा कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
मुंबई. संगीतकार वाजिद खान को परिवार और करीबी दोस्तों की मौजूदगी में वर्सोवा कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। वाजिद खान का कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद सोमवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 42 वर्ष के थे। उन्हें पहले से किडनी संबंधी परेशानियां भी थीं।
वाजिद के भाई साजिद खान ने उनके कोविड-19 से संक्रमित होने की जानकारी देते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा था, ‘‘ उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ।” सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ दोपहर एक बजे उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से वहां केवल 20 लोग मौजूद थे। वहां पुलिस तैनात थी और अवरोधक भी लगाए गए थे। करीबी दोस्तों सहित भाई साजिद और फिल्म उद्योग के कुछ लोग वहां मौजूद थे।”
संगीतकार ने सलमान खान की 1998 में आई फिल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ से अपने बॉलीवुड करियर का आगाज किया था। इसके बाद उन्होंने अभिनेता की ‘गर्व’, ‘तेरे नाम’, ‘तुमको ना भूल पाएंगे’, ‘पार्टनर’ और ‘दबंग’ आदि कई हिट फिल्मों में संगीत दिया। इसके अलावा उन्होंने कई हिट गानों जैसे ‘मेरा ही जलवा‘, ‘फेविकॉल से’, ‘चिंता ता चिता चिता’ का भी संगीत दिया।
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये जारी लॉकडाउन के दौरान सलमान द्वारा यूट्यूब पर रिलीज ‘प्यार करोना’ और ‘भाई-भाई’ गीत का संगीत भी इस मशहूर जोड़ी ने ही दिया था। (एजेंसी)
View this post on Instagram