मुंबई : केंद्रीय मंत्री (Union Minister) अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने उद्योग घरानों (Industry houses) और फिल्म उद्योग (Film Industry) से आग्रह किया कि वे सालगिरह और त्योहार के उपहार हुनर हाट से प्राप्त करके स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहित करें। इस पहल का उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत के विचार को मजबूत करना है। यहां हुनर हाट के 40वें संस्करण का उद्घाटन करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश भर के 1,000 से अधिक शिल्पकारों और कारीगरों ने अपने अनूठे उत्पादों का प्रदर्शन किया है, जिनमें से कुछ ने स्वदेशी उत्पाद बनाने का प्रदर्शन भी किया है। उन्होंने फिल्म उद्योग और उद्योग क्षेत्र से शिल्पकारों और कारीगरों का समर्थन करने का आग्रह करते हुए कहा, ‘भले ही दिवाली में अभी 5-6 महीने हैं, लेकिन कार्पोरेट उपहारों के लिए अपने ऑर्डर अभी यहां हुनर हाट में दें।’
मंत्री ने कहा कि सरकार की ‘एक जिला एक उत्पाद’ पहल ने न केवल लोगों को अपनी आय अर्जित करने में मदद दी है, बल्कि आसपास के कुछ अन्य लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर उत्पन्न किये हैं और वह भी ऐसे समय में जब दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाएं कोविड -19 महामारी से प्रभावित थीं। ‘स्किल इंडिया’ को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डालते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस पहल ने लोगों को नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी देने वाला बना दिया है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि ‘तेजस’ कौशल कार्यक्रम के तहत भारत की योजना संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों में कुशल जनशक्ति भेजने की है।
LIVE NOW📡: Union Minister Shri @ianuragthakur inaugurating 40th @hunarhaat at MMRDA Grounds, Bandra-Kurla Complex, Mumbai .@PIBMumbai @PMOIndia @naqvimukhtar @DDNewslive https://t.co/hesEDfNiBr
— Office of Mr. Anurag Thakur (@Anurag_Office) April 17, 2022
उन्होंने कहा, ‘एक साल के भीतर नौकरी चाहने वाले 30,000 कुशल श्रमिकों को संयुक्त अरब अमीरात भेजा जाएगा।’ अनुराग ठाकुर ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय से देश भर में नियोजित हुनर हाट के भविष्य के संस्करण में एक साथ अल्पकालिक कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने की व्यवहार्यता की जांच करने का आग्रह किया। हुनरहाट पहल पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मुंबई में सभा देश की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को दर्शाती है। उन्होंने कहा, ‘आपको कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से कटक तक देश की संस्कृति और कौशल का अनुभव मिलेगा।’ उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों में हुनर हाट के माध्यम से नौ लाख से अधिक कारीगरों और शिल्पकारों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। (एजेंसी)