शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण (Photo Credits: Instagram)
शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण (Photo Credits: Instagram)

शाहरुख खान ने करीब 4 साल बाद फिल्मी पर्दे पर अपनी वापसी की है. 2018 में 'जीरो' में फेलियर के बाद 'पठान' के रूप में अभिनेता ने एक दमदार कमबैक करते नजर आए.

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    फिल्म: पठान 

    निर्देशक: सिद्धार्थ आनंद 

    कास्ट: शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, जॉन अब्राहम, डिंपल कपाड़िया और आशुतोष राणा 

    जॉनर: स्पाई थ्रिलर 

    रेटिंग्स: 3 स्टार्स (***)

    कहानी: शाहरुख खान ने करीब 4 साल बाद फिल्मी पर्दे पर अपनी वापसी की है. 2018 में ‘जीरो’ में फेलियर के बाद ‘पठान’ के रूप में अभिनेता ने एक दमदार कमबैक करते नजर आए. इस फिल्म पर वो करीब 3 वर्षों से काम कर रहे थे और दर्शकों को बेसब्री से इसका इंतजार था. ये कहानी है ‘पठान’ नाम के एक ऐसे रॉ एजेंट की है जो देश के खिलाफ साजिश रहे जिम (जॉन अब्राहम) नाम के शख्स के घातक इरादों को नेस्तनाबूद करने में जुटा हुआ है. जिम भी कभी भारत की सुरक्षा के लिए काम करता था लेकिन इस मार्ग पर हुए नुकसान के दौरान सरकार का साथ न मिल पाने के कारण अब वो वतन को अपना दुश्मन मानता है. देश को बचाने की राह में ‘पठान’ कई बार अपनी जान गंवाने से बचता है और साथ ही इस राह में उसे कई बार धोखे का सामना करना पड़ता है. बावजूद उसके अंत में वो अपना वादा पूरा करता है और आतंकियों के प्लान को नष्ट करता है.

    अभिनय: शाहरुख इस फिल्म में न सिर्फ एक्टिंग बल्कि पर्सनालिटी के मामले में भी जमकर इम्प्रेस करते नजर आए. अपनी फिट बॉडी और 6 पैक एब्स से वे बेशक दर्शकों को इम्प्रेस करते दिखेंगे. फिल्म में दीपिका जहां अपने किरदार में पूरी तरह से ढली नजर आई वहीँ यहां वो अपनी ग्लैमर और हॉटनेस का भरपूर तड़का लगाती नजर आई. फिल्म में डिंपल कपाड़िया और आशुतोष राणा बेहद इंटेंस अंदाज में नजर आए. वे अभी अपने रोल के साथ भरपूर न्याय करते दिखे. बात करें जॉन अब्राहम की तो अपनी दमदार पर्सनालिटी और आकर्षित करने वाले अभिनय से हमारा दिल जीतते दिखे. नेगेटिव रोल में यहां वो पठान पर भारी पड़ते दिखे. 

    म्यूजिक: म्यूजिक कंपोजर्स संचित बलहारा और अंकित बलहारा ने इसके बेकग्राउंड स्कोर से लेकर इसके गानों पर बढ़िया काम किया है. फिल्म का गीत ‘बेशर्म रंग’ जहां आपको पार्टी मोड में ले जाता है वहीँ ‘झूमे जो पठान’ आपको थिरकने पर मजबूर करता है. 

    फाइनल टेक: निर्देशक सिद्धार्थ आनंद ने यहां फिल्म के एक्शन सीक्वेंस और इसके विजुअल्स पर यकीनन उम्दा काम किया है. एक्शन और मारधाड़ पसंद करने वाले दर्शकों को ये फिल्म खूब भाएगी. हालांकि फिल्म की कमजोरी है इसकी घिसी पिटी स्टोरी लाइन. देश में देशभक्ति की भावनाओं में डूबे काल्पनिक रॉ एजेंट्स पर कई सारी फिल्में देखने को मिली. ये फिल्म भी उनसे भिन्न नहीं. शाहरुख भी यहां एक मिशन पर हैं जिसे वे अंत में पूरा करते हैं और एक हैप्पी एंडिंग देखने को मिलती है. फिल्म के डायलॉग्स और इसकी कहानी पर और बेहतर काम किया जा सकता था. कुछ शब्दों में कहे तो एक्शन से भरी ये एक मसाला एंटरटेनर फिल्म है जिसकी कहानी में नएपन की कमी है.