नई दिल्ली: पनामा पेपर लीक मामले (Panama Paper Leak Case) में प्रवर्तन निदेशालय ने बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन (Ashwarya Ray Bachchan) से करीब साढ़े पांच घंटे तक पूछताछ की। दोपहर दो बजे दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय पहुंची ऐश्वर्या शाम सात बजे के करीब बाहर निकली। इस दौरान ईडी अधिकारी उनसे मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी लेकर कई सवाल किये।
ज्ञात हो कि, ऐश्वर्या राय पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (Foreign Exchange Management Act) (फेमा) के उल्लंघन में विदेशों में धन जमा करने के आरोप हैं। जिसको लेकर ईडी अधिकारियों ने उनसे लंबी पूछताछ की। इस दौरान अधिकारियों ने अभिनेत्री से एमिक पार्टनर्स के बारे में जानने की कोशिश की और ये भी पूछा कि दस्तावेज में सामने आई कंपनी से उनका क्या संबंध है।
यह पूछा गया सवाल?
- एमिक पार्टनर्स 2005 में ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में निगमित और पंजीकृत कंपनी थी।
- इस कंपनी के साथ उनका क्या संबंध है?
- क्या वह उस कानूनी फर्म के बारे में जानती हैं जहां मोसैक फोन्सेका ने कंपनी को पंजीकृत किया था?
- इस कंपनी के निदेशकों में ऐश्वर्या, उनके पिता कृष्णराज राय, मां वृंदा राय और भाई आदित्य राय शामिल हैं और इसके बारे में भी ऐश्वर्या से पूछा गया।
- इसके अलावा, ऐश्वर्या से ये भी जानने की कोशिश की गई कि जून 2005 में उनके स्टेटस को शेयर होल्डर के रूप में क्यों बदला गया?
- 2008 में कंपनी को निष्क्रिय करने की वजह से लेकर लेनदेन में आरबीआई की अनुमति तक से जुड़े सवाल ऐश्वर्या से पूछे गए।
क्या है पनामा पेपर लिक केस?
3 अप्रैल 2016 को टैक्स हेवेन कहे जाने वाले देश पनामा की एक लॉ फर्म मोसेक फोंसेका का 40 साल का डाटा लीक हुआ था। इसमें खुलासा हुआ था कि कैसे दुनियाभर के अमीर और प्रभावशाली लोग टैक्स बचाने के लिए पैसा ऑफ-शोर कंपनियों में लगा रहे हैं। इस तरह से बड़े तौर पर टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग तक हो रही थी। इन दस्तावेजों में 500 भारतीयों को नाम सामने आया था, जो फिल्मी सितारे और उद्योगपती हैं। इसी दस्तावेज में बच्चन परिवार का नाम सामने आया था।