Arshad Warsi
Photo: Twitter

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मुंबई: मुन्ना भाई एमबीबीएस में सर्किट का किरदार निभा कर सुर्खियों में आए अरशद वारसी की इमेज भले ही एक कॉमिक एक्टर की हो, लेकिन अरशद बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। ‘इश्किया’, ‘सहर’ और ‘काबुल एक्सप्रेस’ में उन्होंने जिस संजीदगी के साथ अपने किरदार को निभाया, वो उन्हें एक मंझा हुआ एक्टर साबित करने के लिए काफी है। 55 साल के हो चुके अरशद वारसी हर साल 19 अप्रैल को अपना जन्मदिन मनाते हैं। आइये इस मौके पर जानते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें….

एक्टिंग में खुद को आजमाया

अमिताभ बच्चन की प्रोडक्शन कंपनी एबीसीएल की फिल्म ‘तेरे मेरे सपने’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने से पहले अरशद वारसी महेश भट्ट के सहायक निर्देशक थे। कभी-कभी वो कोरियोग्राफी भी किया करते थे। लेकिन उन्हें एक्टिंग का शौक था, इसलिए उन्होंने एक्टिंग के मैदान में खुद को आजमाने का फैसला किया। 

‘मुन्नाभाई’ ने दिलाई शोहरत

पहली फिल्म की सफलता के बाद भी उन्हें  काफी संघर्ष करना पड़ा, लेकिन उन्होंने संघर्ष जारी रखा। उनके करियर में सबसे बड़ा मोड़ तब आया जब राज कुमार हीरानी ने उन्हें अपनी फिल्म ‘मुन्नाभाई’ में सर्किट के रोल में कास्ट किया। इस फिल्म ने उन्हें काफी शोहरत दिलाई। फिल्म में उन्होंने एक कॉमिक किरदार निभाया था, इसलिए इस फिल्म के बाद उन्हें वैसे ही ऑफर मिलने लगे।

शानदार अभिनेता साबित हुए अरशद

अरशद खुद को टाइपकास्ट नहीं करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने इस जॉनर से अलग हट कर फ़िल्में करनी शुरू की। विशाल भारद्वाज की फिल्म ‘डेढ़  इश्किया’ से वो अपनी इमेज तोड़ने में कामयाब रहे। इसके बाद उन्होंने कई ऐसी फिल्में की जो उन्हें एक शानदार अभिनेता साबित करती है।

दर्शकों के दिल में जगह बनाने में रहे कामयाब

एक अभिनेता के रूप में अरशद वारसी की खासियत ये है कि वो किसी भी तरह के किरदार में गहराई से डूब जाते हैं। अपनी जबरदस्त कॉमिक टाइमिंग के कारण उन्हें ‘गोलमाल’ सीरीज और ‘टोटल धमाल’ जैसी फिल्मों में खूब पसंद किया गया। वहीं ‘काबुल एक्सप्रेस’, ‘जॉली एलएलबी’ और ‘सहर’ जैसी फिल्मों में अपने गंभीर अभिनय से दर्शकों के दिल में जगह बनाने में कामयाब रहे।