
मुंबई : आज 17 जनवरी (17 January) को जावेद अख्तर (Javed Akhtar) अपना 78वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 17 जनवरी 1945 को ग्वालियर में हुआ था। जावेद, हिंदी सिनेमा में अपने काम के लिए पहचाने जाते हैं जावेद अख्तर अब तक पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, 1999 में पद्मश्री (Pdmashree) और 2007 में पद्मभूषण (Padmabhushan), भारत के दो सर्वोच्च नागरिक सम्मान जीते हैं।
स्क्रीन राइटर लेखक के रूप में जावेद अख्तर को 1973 की फिल्म जंजीर (Zanzeer) सफलता से मिली। इस फिल्म में सलीम-जावेद के नाम से खूब प्रशंसा प्राप्त की। उन्होंने 1975 में रिलीज हुई ‘दीवार’ (Deewar) और ‘शोले’ (Shole) जैसी फिल्में भी लिखीं, जिनमें से बाद में गीतकार के रूप में उनके काम के लिए उनकी प्रशंसा हुई। उन्होंने पांच बार सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और आठ बार सर्वश्रेष्ठ गीतकार के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता।
उनके पिता जान निसार अख्तर बॉलीवुड फिल्म गीतकार और उर्दू कवि थे। जावेद अख्तर का मूल नाम जादू था, जो उनके पिता द्वारा लिखी गई एक कविता की एक पंक्ति से लिया गया था: “लम्हा, लम्हा किसी जादू का फसाना होगा”। अख्तर की शादी हनी ईरानी से हुई थी, जिनसे उनके दो बच्चे फरहान अख्तर (Farhan Akhtar)और जोया अख्तर (Zoya Akhtar) हैं। दोनों एक फिल्म लेखक, निर्देशक और निर्माता हैं। हालांकि, जावेद ने अपनी पहली पत्नी से तलाक ले लिया और बाद में कैफ़ी आज़मी की बेटी शबाना आज़मी से शादी कर ली। जावेद अख्तर इंडियन सिनेमा के लिए एक अनमोल सितारा हैं जिन्होंने इंडियन सिनेमा को अपने लेखन से जान दी है और आगे भी देते रहेंगे।