CM बसवराज बोम्मई ने कहा- कन्नड अभिनेता पुनीत राजकुमार का अंतिम संस्कार 31 अक्टूबर को होगा

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    बेंगलुरु: कन्नड फिल्मों के जानेमाने सितारे पुनीत राजकुमार की आखिरी झलक पाने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों शोकाकुल प्रशंसक शनिवार को कांतिराव स्टेडियम पहुंच रहे हैं जहां अभिनेता की पार्थिव देह रखी गई। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि अभिनेता का अंतिम संस्कार 31 अक्टूबर को किया जाएगा। दिवंगत राजकुमार के परिवार और सरकार ने इससे पहले उनकी बेटी के अमेरिका से यहां पहुंचने के बाद अंतिम संस्कार आज शाम करने की योजना बनाई थी।

    बोम्मई ने कहा, ‘‘पुनीत की बेटी दिल्ली पहुंच गयी है और बेंगलुरू के लिए रवाना हो चुकी है। वह शाम करीब छह बजे तक यहां पहुंच सकती है। दूसरी बात कि यहां (स्टेडियम में) बहुत भीड़ है और कई लोग आखिरी बार अभिनेता के दर्शन करना चाहते हैं। छह बजे के बाद अंधेरा होने पर अंतिम संस्कार करना कठिन होगा।”

    मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उक्त सभी बातों को ध्यान में रखते हुए और पुनीत के बड़े भाइयों शिव राजकुमार, राघवेंद्र राजकुमार तथा अन्य परिजनों से बातचीत करने के बाद अंतिम संस्कार कल करने का फैसला हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए कल सुबह तक और भी लोगों को अंतिम दर्शन करने का मौका मिलेगा। मैं उनके प्रशंसकों से अपील करता हूं कि शांति बनाये रखें और धीरज के साथ अंतिम दर्शन करें। कल सुबह तक का समय है।”

    कन्नड फिल्मों के बड़े अभिनेता पुनीत राजकुमार का शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से बेंगलुरु के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 46 वर्ष के थे। पुनीत राजकुमार दिवंगत अभिनेता राजकुमार के बेटे थे। राजकुमार की तरह ही परिवार ने पुनीत की आंखें भी दान की हैं। पुनीत की तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह कांतिराव स्टेडियम में रखी गई है ताकि लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें। बीती शाम से, पूरे राज्य से लोग यहां आ रहे हैं। 

    अनेक फिल्मी हस्तियों और नेताओं ने पुनीत को श्रद्धांजलि अर्पित की। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बोम्मई तथा राज्य मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों, दक्षिण भारतीय फिल्मों के अभिनेता नंदमुरी बालकृष्ण, चिरंजीवी, जूनियन एनटीआर, वेंकटेश, अर्जुन सरजा और प्रख्यात कोरियाग्राफर प्रभु देवा समेत कई गणमान्य लोगों ने दिवंगत अभिनेता को श्रद्धांजलि दी। एक बुजुर्ग महिला प्रशंसक ने सुबकते हुए कहा, ‘‘ऐसा लग रहा है जैसे मैंने अपना बच्चा खो दिया हो।”

    एक युवा प्रशंसक ने कहा, ‘‘हमारे अप्पू (पुनीत को प्रशंसकों द्वारा प्रेम से इस नाम से पुकारा जाता था) भौतिक रूप से भले चले गए हों लेकिन अपने अभिनय के जरिए और अपने अच्छे एवं मित्रवत व्यवहार की वजह से उन्होंने जो छाप छोड़ी है, उससे वह हमेशा हमारे साथ रहेंगे।”

    राज्य सरकार ने घोषणा की है कि पुनीत की अंत्येष्टि कांतिराव स्टूडियो में डॉ. राजकुमार पुण्यभूमि में राजकीय सम्मान के साथ की जाएगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कांतिराव स्टेडियम से करीब 13 किलोमीटर दूर कांतिराव स्टूडियो तक पुनीत की अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। पुनीत के परिवार में पत्नी अश्विनी रेवंत और दो बेटियां धृति एवं वंदिता हैं।  बोम्मई ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि वे अपने प्रिय अभिनेता को सम्मानजनक तरीके से विदाई दें

    उल्लेखनीय है कि पुनीत के पिता राजकुमार की 2006 में मृत्यु के बाद शहर में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। मुख्यमंत्री ने प्रशंसकों से पुलिस के साथ सहयोग करने की अपील करते हुए कहा, ‘‘हमारे लिए यहां पुलिसकर्मी हैं ताकि सबकुछ अनुशासित तरीके से हो।”

    उन्होंने कहा, ‘‘शांति और व्यवस्था बनाये रखने में सभी को सहयोग करना चाहिए। अंतिम संस्कार का समय देर रात में तय किया जाएगा और सूचित किया जाएगा।” पुनीत के बड़े भाई और अभिनेता राघवेंद्र ने भी सहयोग के लिए प्रशंसकों का आभार जताते हुए स्पष्ट किया कि अंतिम संस्कार कल होगा।(एजेंसी)