आज है बॉलीवुड के खलनायक प्रेम चोपड़ा का जन्मदिन, उन्हें देख लोग कहते थे- ‘अपनी बीवी को छिपा लो’

    Loading

    मुंबई: आज है बॉलीवुड के खलनायक प्रेम चोपड़ा (Prem Chopra) का जन्मदिन। एक्टर आज 86वां बर्थडे सेलिब्रेट रहे हैं। उनका जन्म आज यानी 23 सितंबर को हुआ था। उनके 60 साल के  फिल्मी करियर में प्रेम चोपड़ा ने 400 से भी ज्यादा फिल्में की हैं। प्रेम चोपड़ा सुपर स्टार राज कपूर के जीजा हैं। साथ ही प्रेम, एक्टर सरमन जोशी के ससुर भी हैं। 

    प्रेम चोपड़ा पंजाब से बॉलीवुड में काम करने के लिए मुंबई आये थे। लेकिन प्रेम ने अपने करियर की सुरुवात पंजाब फिल्मों से की थी। शुरुआती दिनों में उन्हें पंजाब में बहुत अच्छा मिला। उनकी एक फिल्म चौधरी करनैल सिंह को तो पुरस्कार भी मिला। शुरुआती दिनों में प्रेम चोपड़ा बेहद हैंडसम थे। इसलिए उन्हें फिल्ममेकर महबूब खान ने अपनी फिल्म में बतौर लीड एक्टर लेने का वडा किया था। 

    वडा करने के बाद  महबूब साहब लंबे समय के लिए बीमार पड़ गए थे। जिसकी वजह से प्रेम चोपड़ा का हीरो बनने का सपना टूट गया। फिर प्रेम ने 1964 में ‘वो कौन थी’ की। जिसके बाद उनकी ज़िन्दगी बदल गई। इस फिल्म में प्रेम चोपड़ा का लगभग 3 से 4 सीन ही थे। लेकिन उनका निगेटिव किरदार लोगों के दिलों में उतर गया था। फिर क्या था अब प्रेम को नंबर वन विलेन बनना था।

    प्रेम चोपड़ा ने कई फिल्मों नेगेटिव किरदार निभाया। लेकिन उन्हें फिल्म बॉबी से उनको पहचान मिली। इस फिल्म में उनका एक  डायलॉग “प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा” ने प्रेम चोपड़ा को बेस्ट विलेन की कतार में ला खड़ा किया। उसके बाद प्रेम चोपड़ा एक हिट विलयन बन गए थे। ऐसे में उनकी मां पापा ने सोचा उनकी शादी करवाने का। वो लड़की देखने लगे। वो जिस भी लड़की के घरवालों से प्रेम के रिश्ते की बात करते वो परिवार मना कर देता।

    उनके विलेन के किरदार के वजह से कोई परिवार   अपनी बेटी की उनसे शादी करने को तैयार ही नहीं था। सब बस यही कहते  थे कि प्रेम विलेन हैं और उनके साथ वो अपनी बेटी की शादी नहीं करेंगे। लेकिन कुछ वक़्त बाद उनकी मुलाकात उमा चोपड़ा से हुए। और दोनों ने शादी कर ली। 

    एक इंटरव्यू में प्रेम चोपड़ा ने बताया था- ‘एक बार वे अपने पिता के साथ बगीचे में टहल रहे थे। तभी पड़ोस के घर से किसी ने चिल्लाया, ‘अपनी बीवी को छिपा लो, यहां प्रेम चोपड़ा आया है।’ जिसके बाद उनके पिता को उनके घर का कर समझना पड़ा था।