
मुंबई : स्वरकोकिला (Swarkokila) लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का आज 92 साल की उम्र (Age) में मुंबई (Mumbai) के ब्रीच कैंडी अस्पताल (Breach Candy Hospital) में निधन (Death) हो गया। उनके जाने के बाद पूरे भारत में शोक का माहौल फैला हुआ है। लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को मुंबई के शिवाजी पार्क में पूरी सुरक्षा तैनाती के साथ रखा गया है। उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
इस अंतिम विदाई में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र के पर्यटक मंत्री आदित्य ठाकरे, शरद पवार, राज ठाकरे समेत कई राजनेता और फिल्म जगत के लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए शामिल है। वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस अंतिम विदाई में शामिल होकर लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देंगे। वहीं आर्टिस्ट हरीश भिमानी ने भी सिंगर के जाने का शोक व्यक्त किया है।
हरीश भिमानी ने बताया की सिंगर हॉस्पिटल में भी ईयरफोन मंगवाकर अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर के गीत सुनती थी। सिंगर अपने पिता का बहुत सम्मान करती थी और उन्हें खूब याद करती थी। हैरान करने वाली बात तो यह है, कि लता मंगेशकर कभी भी अपने गाए गानों को नहीं सुनती थी। इसपर अधिक जानकारी देते हुए हरीश भिमानी ने बताया कि वो जब भी अपने गानों को सुनती तो वो अपनी गलतियों को पकड़ लेती थी। जिससे वो काफी दुःखी हो जाती थी।
लता मंगेशकर 30 हजार गाने गा चुकी थी। जिसमें 36 हजार भाषाएं शामिल है। आज वो भले ही इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनके द्वारा गाए गीत लोग हमेशा सुनेंगे और वो लोगों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगी।