ED ने जैकलीन फर्नांडिस से की पूछताछ, सुकेश ने अदाकारा को गिफ्ट की थी कार

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    Jacqueline Fernandez reached ED office, recorded her statement again: बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े 200 करोड़ रुपये से अधिक के धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पूर्व में कम से कम तीन बार समन को अनदेखा करने वाली जैकलीन आज करीब साढ़े तीन बजे ईडी के समक्ष पेश हुईं। अधिकारियों ने कहा कि जैकलीन का बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया। छत्तीस वर्षीया अभिनेत्री इससे पहले एक बार अगस्त में भी एजेंसी के सामने पेश हुई थीं और अपना बयान दर्ज कराया था।

    ऐसा समझा जाता है कि एजेंसी मामले के मुख्य आरोपी चंद्रशेखर और उनकी अभिनेत्री पत्नी लीना मारिया पॉल से जैकलीन का सामना कराने के साथ ही उनका दोबारा बयान दर्ज करना चाहती है। सूत्रों ने कहा कि चंद्रशेखर के खाते से जैकलीन के परिजनों के खातों में कुछ धन का लेन-देन हुआ था। इस सिलसिले में भारत और दुबई के कुछ बैंक खातों पर एजेंसी की नजर है। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी इस मामले में फर्नांडिस के परिवार के सदस्यों से जुड़े खातों में हुए लेन-देन का पता लगाना चाहती है।

    पिछले सप्ताह अभिनेत्री नोरा फतेही (29) ने भी इस मामले में ईडी के समक्ष बयान दर्ज कराया था। फतेही के प्रतिनिधियों ने तब कहा था कि वह इस मामले में पीड़ित है और गवाह होने के कारण जांच में अधिकारियों को सहयोग कर रही हैं। चंद्रशेखर और पॉल को हाल ही में ईडी ने गिरफ्तार किया था। दोनों पहले से ही एक स्थानीय जेल में बंद थे क्योंकि उन्हें दिल्ली पुलिस ने कुछ लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। चंद्रशेखर ने कथित तौर पर जिन्हें ठगा, उनमें फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह जैसे कुछ हाई-प्रोफाइल लोग भी शामिल थे। ईडी ने अगस्त में चंद्रशेखर के कुछ परिसरों पर छापा मारा था और चेन्नई में समुद्र के सामने एक बंगला, 82.5 लाख रुपये नकद और एक दर्जन से अधिक लग्जरी कारें जब्त की थीं।

     

    बयान में दावा किया गया था कि चंद्रशेखर एक ‘ज्ञात ठग’ है और दिल्ली पुलिस द्वारा कथित आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और लगभग 200 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के मामले में जांच की जा रही है। ईडी ने कहा था, ‘‘चंद्रशेखर इस धोखाधड़ी का मुख्य साजिशकर्ता है। वह 17 साल की उम्र से अपराध की दुनिया का हिस्सा रहा है। उसके खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज हैं और वर्तमान में वह रोहिणी जेल (दिल्ली पुलिस मामले में) में बंद है।’’ उसने कहा था कि जेल में रहने के बावजूद चंद्रशेखर ने लोगों को ठगना बंद नहीं किया था। ईडी ने दावा किया था, ‘‘उसने (जेल में अवैध रूप से खरीदे गए सेलफोन के साथ) तकनीक की मदद से लोगों को ठगने के लिए स्पूफ कॉल किए क्योंकि कॉल किए गए पार्टी के फोन नंबर पर प्रदर्शित नंबर वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के थे।’’