‘सूर्यवंशी’ और ’83’ जैसी फिल्मों का कारोबार खत्म करेगा OTT बनाम सिनेमाघरों की बहस : गौतम दत्त

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    मुंबई: ‘पीवीआर लिमिटेड’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) गौतम दत्त (Gautam Dutt) का मानना है कि सिनेमाघरों का अस्तित्व हमेशा बना रहेगा और इनकी जगह मनोरंजन का कोई अन्य प्लेटफॉर्म कभी नहीं ले सकता। दत्त ने कहा कि सिनेमाघरों का महत्व पहले की अपेक्षा और बढ़ेगा, क्योंकि आगामी कुछ महीनों में बड़े बजट की कई बॉलीवुड फिल्में रिलीज होने वाली हैं।

    उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म की बढ़ती लोकप्रियता के मद्देनजर आलोचकों के एक वर्ग द्वारा सिनेमाघरों के भविष्य को लेकर उठाए जा रहे सवालों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ‘सूर्यवंशी’ और ‘83′ जैसी फिल्मों के रिलीज होने से सिनेमाघरों के भविष्य को लेकर जताई जा रही चिंता पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।  

    दरअसल, पिछले वर्ष कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लागू किए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण देश भर में सिनेमाघरों को बंद कर दिया गया था। इसके परिणामस्वरूप फिल्म निर्माताओं को अन्य विकल्पों की तलाश कर अपनी फिल्मों को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज करना पड़ा था। अमिताभ बच्चन, सलमान खान, अक्षय कुमार, विद्या बालन, अभिनेता आयुष्मान खुराना, वरुण धवन और सिद्धार्थ मल्होत्रा जैसे तमाम बड़े कलाकारों की फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुईं, जिसके बाद सिनेमाघरों के भविष्य को लेकर कई तरह की चर्चा शुरू हो गयी थीं।   

    दत्ता ने पीटीआई-भाषा को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा कि पांच नवंबर को रिलीज होने जा रही फिल्मकार रोहित शेट्टी की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘सूर्यवंशी’ सिनेमा उद्योग के लिए एक बड़ी राहत होगी और इसका कारोबार यह साबित करेगा कि सिनेमाघरों का महत्व कम नहीं हुआ है बल्कि पहले की अपेक्षा यह और अधिक प्रगति करेगा।    

    गौतम दत्ता ने कहा, ‘‘पाइरेसी के दौरान, डीवीडी के दौर में या उसके बाद जब आईपीएल शुरू हुआ, तो कुछ ऐसे भी लोग थे जो सिनेमाघरों के अस्तित्व को लेकर सवाल खड़े कर रहे थे। उन लोगों का कहना था कि मैच शुरू होने के बाद घर से कोई भी बाहर नहीं जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। आलोचकों ने हमेशा से ही सिनेमाघरों के भविष्य को लेकर सवाल खड़े किए हैं। मौजूदा समय में ओटीटी (ओवर-द-टॉप प्लेटफॉर्म) की चर्चा की जा रही है लेकिन क्या हुआ है? कुछ भी नहीं।” 

    उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में फिल्में रिलीज हो रही हैं और कोविड से पूर्व की स्थिति के मुकाबले अधिक कारोबार कर रही हैं। ‘सूर्यवंशी’ और ‘83′ जैसी फिल्मों के रिलीज होने का इंतजार कीजिए, सिनेमाघर बनाम ओटीटी की यह बहस पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।”  गौरतलब है कि लॉकडाउन संबंधी नियमों में ढील देने के साथ महाराष्ट्र सरकार ने 22 अक्टूबर से सिनेमाघरों को फिर से खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है।