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उस समय में रामायण जैसे शो की शूटिंग करना किसी चुनौती से कम नही था। इसी बारे में अब प्रेम सागर बता रहे है। प्रेम सागर ने बताया कि रामायण की शूटिंग के दौरान कई सीन ऐसे थे जिसे शूट करने में हमें कई जुगाड़ करने पड़ते है।

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मुंबई. लॉकडाउन के कारण टीवी पर रामानंद सागर की रामायण फिर से दिखाया जा रहा है। इतने सालों बाद एक बार फिर रामायण को देखकर दर्शक बेहद खुश हो गए है।उस ज़माने में स्पेशल ग्राफिक की सुविधा नही होती थी। छोटे बजट के साथ रामानंद सागर ने बेहद खूबसूरती से रामायण को दर्शकों के सामने पेश किया। हालांकि उस समय में रामायण जैसे शो की शूटिंग करना किसी चुनौती से कम नही था। इसी बारे में अब प्रेम सागर बता रहे है। प्रेम सागर ने बताया कि रामायण की शूटिंग के दौरान कई सीन ऐसे थे जिसे शूट करने में हमें कई जुगाड़ करने पड़ते है।

प्रेम सागर ने कहा, अगर किसी दिन हमे सुबह की शूटिंग करनी होती थी, तो हम अगरबत्ती के धुंए के जरिए कोहरा दिखाया करते थे।वही, अगर रात का सीन शूट करना होता था तो हम लोग रुइ के जरिए बादल बनाते थे। प्रेम ने आगे बताया, हम कई बार रात की शूटिंग करते समय शीशे पर रुई लगा दिया करते थे। फिर उस शीशे को कैमरे पर फिट करके सीन शूट करते थे। स्लाइड प्रोजेक्टर में कई ऐसी स्लाइड का इस्तेमाल किया गया, तब ऐसे इफेक्ट देखने को मिले।

रामायण के कई सीन यादगार रहे है।लेकिन, उन सारे सीन को शूट करने में पूरी टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। प्रेम सागर ने एक सीन के बारे में बताते हुए कहा, रामायण में हिमालय पर शिव का नृत्य वाला सीन काफी अच्छा था। यह सीन शूट करते समय हमे कई जुगाड़ करने पड़े। उन्होंने कहा, इस सीन को शूट करने के लिए हमने बैकग्राउंड में एक स्क्रीन का इस्तेमाल किया। फिर प्रोजेक्टर के जरिए छोटे ग्रहों की तस्वीरें दिखाई। प्रेम सागर ने आगे रामायण के युध्ह के सीन के बारे में बताया।

उन्होंने कहा, रामायण में युद्ध के सीन्स भी काफी आकर्षक लगे थे। युद्ध करते समय तीरों का टकराना , इसके साथ ही बादलो का गरजना,यह सारे सीन आज भी लोगो को याद आते है। रामायण की शूटिंग के समय में यह सारे सीन्स को शूट करने के लिए SEG 2000 का प्रयोग किया गया था।