TV viewership declined in the week ending May 1

रामायण की व्यूअरशिप और वर्ल्ड रिकॉर्ड के दावे पर विवाद शुरू हो गया है। इसी विवाद पर अब दूरदर्शन क तरफ से बयान सामने आया है।

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मुंबई. देश में लॉकडाउन के कारण दूरदर्शन ने रामानंद सागर की रामायण दिखाना शुरू कर दिया था। रामायण के कारण दूरदर्शन की टीआरपी भी काफी बढ़ गयी थी। यह भी कहा गया था कि दुनिया में सबसे ज्यादा रामायण देखा गया था। ऐसा बताया गया कि 16 अप्रैल को दिखाया गया रामायण का एपिसोड 7 करोड़ 70 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा। लेकिन,अब शो की व्यूअरशिप और वर्ल्ड रिकॉर्ड के दावे पर विवाद शुरू हो गया है। इसी विवाद पर अब दूरदर्शन क तरफ से बयान सामने आया है।

सोशल मीडिया पर इस बात पर काफी विवाद शुरू हो गया था। इसके बाद इस बात की सच्चाई जानने के लिए लाइव मिनट ने प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर से संपर्क किया।शशि शेखर से पूछा गया कि किस बिनाह पर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की बात कही गई। इस पर शशि शेखर ने जवाब देते हुए लिखा- हमें ये पता है कि टीवी रेटिंग्स वाले खेल के बाहर भी बहुत सारे लोगों ने ये शो देखा है। मोबाइल टीवी सर्विसेज, जिन पर डीडी के चैनल्स आते हैं, जैसे जियो टीवी और एमएक्स प्लेयर, उनके माध्यम से।

शशि शेखर ने आगे कहा, ”अगर हम इन सभी आंकड़ों को जोड़कर रामायण की व्यूअरशिप के बारे में बात करें, तो इसे लॉकडाउन के दौरान रामायण 20 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा है। मैं रिकॉर्ड वगैरह के फेर में नहीं पड़ूंगा, मगर लॉकडाउन के दौरान दोबारा इस शो को देखने के लिए बहुत सारे परिवार एकसाथ आए। लोगों को घर पर सुरक्षित रखने में ब्रॉडकास्टिंग सर्विस ने अपना काम काफी प्रभावी तरीके से किया।”

बता दे कि हाल ही में लाइव मिंट ने एक दावा किया था। इस रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि दूरदर्शन का दावा झूठा है। दूरदर्शन ने कहा था कि रामायण दुनिया का सबसे ज्यादा देखने वाला शो बन गया है। लेकिन, लाइव मिंट के रिपोर्ट के मुताबिक,अमेरिकन सीरीज MASH का आखिरी एपिसोड 10 करोड़ 60 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा था। मैश का यह एपिसोड 28 फरवरी 1983 को प्रसारित किया गया था।इस हिसाब से दूरदर्शन का दावा झूठा था।