प्रतीकात्मक तस्वीर 
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    महिलाओं के लिए वट पूर्णिमा यह दिन सोलह श्रृंगार करके अपने पारंपरिक श्रेष्ठत्व दिखाने का एक खास अवसर होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि इसी दिन सावित्री ने अपने पति के प्राण यमराज से वापस लाए थे। इसलिए विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए ये व्रत रखती हैं। इस दिन सोलह श्रृंगार का एक अलग ही महत्व होता है। सोलह श्रृंगार में 16 सौंदर्य अलंकार अनुष्ठान शामिल होते हैं, जिन्हें महिलाओं को पहनना होता है। यह त्यौहार खास कर जून के शुरुआती दिनों में आता है। ऐसे में आज आज हम आपको बताएँगे कुछ खास फैशन और ब्यूटी टिप्स… 

    नौवारी साड़ी

    नौवारी साड़ी ये आज के दौर में सबसे ज्यादा पारंपरिक साड़ी मानी जाती है। नौवारी साड़ी मराठी संस्कृति को दर्शाती है। जिसे ज़्यादातर महिलाएं त्यौहारों पर पहनती हैं। ऐसे में आप वट सावित्री व्रत में इस साड़ी को पहन सकती हैं, जिससे न केवल आप खुबसूरत दिखेंगी बल्कि आकर्षक भी दिखेंगी। 

    नाक में नथ

    हमेशा महिलाएं नाक में छोटी नथनी पहनी रहती हैं। इस त्यौहार को थोड़ा हटके मनाने के लिए आप नवारी साड़ी के साथ सुंदर दिखने के लिए नाक में नथनी पहन सकती हैं। इससे आपके लुक में चार-चाँद लग जाएगा। 

    मेहंदी के बजाए आलता लगाएं

    आमतौर पर महिलाएं मेहंदी लगाती हैं। इस बार कुछ अलग करने के लिए आप आलता का उपयोग कर सकती हैं। लाल आलता लगे हुए आपके हाथ और भी खूबसूरत दिखेंगे।

    रंग-बिरंगी चूड़ियाँ 

    अगर आपके पास आपकी साड़ी से मैचिंग चूड़ियाँ नहीं है तो कोई बात नहीं। आप अलग-अलग रंगों की चूड़ियाँ भी पहन सकती हैं। इससे आपका लुक और भी ज्यादा शानदार दिखेगा और आप इस त्यौहार के दिन और भी खूबसूरत दिखेंगी। 

    आभूषण

     

    अब बारी है आभूषणों की। श्रृंगार में आभूषण बहुत ज्यादा महत्व रखते हैं। ऐसे में आप इस दिन कान में झुमके, गले में हार, पैर में पायल, और माथे में बिंदिया लगा सकती हैं। इससे आप और भी ज्यादा बेहतरीन लगेंगी और आपके श्रृंगार का भी महत्व बना रहेगा।