21 कर्मी हेलीकॉप्टर से रवाना – ग्रापं चुनाव के मद्देनजर प्रशासन की तैयारियां पूरी

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  • 27 ग्रापं
  • 81 मतदान केंद्र
  • 20 को मतदान

सिरोंचा: जिले के अंतिम छोर पर बसे सिरोंचा तहसील नक्सल प्रभावित है. प्रशासन ने चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली है. तहसील में 27 ग्राम पंचायतों के लिए 81 मतदान केंद्रों पर मतदान होने हैं. जिसके मद्देनजर सभी 81 मतदान दल को चुनाव के 2 दिन पूर्व सोमवार को ही बूथों के बेस कैम्प पर रवाना किया गया है. सिरोंचा तहसील के अतिसंवेदशील रेगुंठा, पातागुडम, झिंगानूर, रमेशगुडम क्षेत्र के मतदान केंद्रों के लिए 21 मतदान कर्मचारियों को हेलीकॉप्टर से रवाना किया गया है. 

जिले के दक्षिण भाग स्थित सिरोंचा तहसील में अक्सर नक्सली घटनाएं घटित होती हैं. ऐसे क्षेत्र में खासकर चुनावों के मद्देनजर प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतते हुए कार्य योजना को अमलीजामा पहनना पड़ता है. शासन-प्रशासन के विशेष कार्यक्रमों में ही नक्सली अपनी विभिन्न गतिविधियों को अंजाम देकर अपनी मौजूदगी किसी न किसी रूप में दर्ज कराते आए हैं. यही कारण है कि चुनाव कर्मियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए हेलीकाप्टर का सहारा लेना पड़ा है. 

अहेरी विस क्षेत्र में अंतिम चरण का चुनाव

20 जनवरी को जिले के अहेरी विधानसभा के क्षेत्र मे अंतिम चरण के तहत ग्राम पंचायत चुनाव संपन्न होने हैं. शांतिपूर्वक मतदान के लिए स्थानीय प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी के साथ कमर कस ली है. नक्सलियों की मौजदूगी के चलते यहां निष्पक्ष चुनाव कराना प्रशासन के लिये आसान नहीं माना गया है. इसमें कोई दो राय नही है कि यहां के चुनाव अक्सर संगीनों के साये में संपन्न हुए हैं. चाहे वह पंचायत चुनाव हो या फ़िर जिला पंचायत, विधानसभा या फ़िर लोकसभा का चुनाव हो. अधिकतर चुनाव नक्सलग्रस्त इलाकों मे संगीनों के साये में ही संपन्न हुए हैं.  

पुलिस के लिए चुनौती

सिरोंचा तहसील मे मौजूदा 39 ग्राम पंचायतों मे से 30 ग्राम पंचायतों में से 3 ग्राम पंचायत कोप्पेला, कोर्ला , रामंजापुर पर निर्विरोध चुनाव हुए हैं.  अब 27 ग्राम पंचायतों पर चुनाव होंगे. क्षेत्र के झिंगाणूर, मादाराम, रेगुंठा, पातागुडम , सोमनपल्ली, मेड़ारम, रोमपल्ली ग्राम पंचायत संवेदनशील है. पोलिंग बूथों की निगरानी, सुरक्षा, मतदान दलों की सुरक्षा, मतदान केन्द्रों तक दलों को सुरक्षित पहुंचाना एवं मतदान के बाद उन्हें वापस सकुशल सिरोंचा मुख्यालय प्रशासन के साथ ही पुलिस विभाग के समक्ष बड़ा आह्वान होता है.

इस बार प्रशासन ने चुनाव को लेकर व्यापक तैयारियां की है. जिसके तहत दुर्गम क्षेत्रों के साथ ही अनेक सभी मतदान केंद्रों के बैस कैम्प पर पोलिंग दलों को पहुंचाने की जानकारी है. एक कर्मचारी को अपने 24 वर्षों की सेवा में प्रथम बार ही इलेक्शन ड्यूटी पर जाना पड़ रहा है. जिससे उस कर्मचारी ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए बेस कैम्प की ओर रवाना हुआ है.