गड़चिरोली. गड़चिरोली जिले में कार्यरत आंगनवाड़ी सेविकाओं को पोषण ट्रॅकर एप अंगरेजी में जानकारी भरने में दिक्कते आ रही है. इस संदर्भ में अनेक बार सरकार व प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराने के बावजूद भी किसी भी तरह की उपाययोजना नहीं की जा रही है. जिससे जब तक पोषण ट्रॅकर एप में मराठी भाषा का उपयोग नहीं होगा, तब तक कार्य न करने की बात कहते हुए सोमवार से पोषण ट्रॅकर एप पर बहिष्कार डाला गया है. इस संदर्भ में जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है.
बता दे कि, सभी सरकारी कार्य मराठी में हो, ऐसा सरकार का आदेश है. ऐसा होते हुए भी आंगनवाड़ी सेविकाओं को पोषण ट्रॅकर एप में अंगरेजी में जानकारी भरने में मजबूर किया जा रहा है. उक्त पोषण ट्रॅकर एप में मराठी भाषा का विकल्प रखने की मांग जिले की आंगनवाड़ी सेविकाओं ने सरकार व प्रशासन से की थी. लेकिन इस मांग की ओर निरंतर रूप से बेध्यानी की जा रही है.
ऐसे में अनेक आंगनवाड़ी कर्मचारियों के पास स्मार्ट फोन न होने और कुछ कर्मचारियों के स्मार्ट फोन में खराबी आने, ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र में नेटवर्क का अभाव, डेडा रिचार्ज के लिये पैसे नियमित न मिलने, और एप में जानकारी न भरने पर मानधन में कटौती होने जैसी समस्याओं के चलते आंगनवाड़ी सेविकाएं पुरी तरह त्रस्त हो गयी है. जिससे जिले की आंगनवाड़ी सेविकाओं ने आयटक के नेतृत्व में सोमवार से पोषण ट्रॅकर एप के कार्य पर बहिष्कार डाला है.
15 जून को आंदोलन करने की चेतावनी
इसके अलावा आंगनवाड़ी कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न प्रलंबित समस्याओं की ओर सरकार व प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराने के लिये 15 जून को जिला परिषद कार्यालय के सामने आंदोलन करने की चेतावनी भी जिप के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के सौंपे ज्ञापन में दी है. ज्ञापन में कहा गया कि, आंगनवाड़ी कर्मचारियों की विभिन्न मांगे और समस्याएं सरकार व प्रशासन स्तर पर प्रलंबित है. अनेक बार ज्ञापन और आंदोलन करने के बावजूद भी मांगे हल नहीं हो रही है. जिससे अब आंदोलन करना ही एकमात्र विकल्प होने की बात आंगनवाड़ी कर्मचारियों ने कही है.