paddy centers
File Photo

  • अबतक नहीं उठाया गया पुराना खरीदा धान

Loading

गडचिरोली. गडचिरोली आदिवासी विकास महामंडल प्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत 24 नवंबर के आकडेवारी के अनुसार 39 धान खरीदी केंद्र को मंजूरी प्रदान की गई है. खरीफ सीजन को शुरूआत होकर माहभर का कालावधि बित रहा है, मात्र अबतक धान खरीदी का शुभारंभ नहीं होने की स्थिती जिले में दिखाई दे रही है. खरीदी केंद्र शुरू हुए है, मात्र खरीदी थंडेबस्ते में होने के कारण किसानों की अडचणों में वृद्धी हो रही है. ऐसे में अेनक खरीदी केंद्र पर के पुराने धान की उचल नहीं होने से इन केंद्र पर धान को कैसे जमा किया जाएगा, इस संदर्भ में सवाल उपस्थित हो रहे है. 

जिले में जिला मार्केटिंग अधिकारी कार्यालय तथा आदिवासी विकास महामंडल के उपअभिकर्ता संस्थाओं के मार्फत धान खरीदी की जाती है. जिला प्रशासन ने इस वर्ष गडचिरोली प्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत आनेवाले आदिवासी व गैरआदिवासी क्षेत्र के 39 धान खरीदी केंद्रो को मंजूरी दी है. खरीदी केंद्र को मंजूरी प्रदान की गई हैद्व मात्र इन खरीदी केंद्रो पर अबतक धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू न होने से किसानों को धान बिक्री के लिए और कितने दिन राह देखने पडेगी ? इस सवाल का फिलहाल कोई जवाब नहीं मिल रहा है. जिले में सर्वाधिक धान की उपज ली जाती है. किसानों के उत्पादित धान को सरकार के समर्थन मुल्य योजना अंतर्गत खरीदी की जाती है. मात्र खरीफ सीजन के अंतिम चरण के दौरान धान खरीदी केंद्र प्रारंभ होना अपेक्षित था. मात्र अबतक जिले में धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं होने से किसानों के अडचणों में वृद्धी हो रही है. 

सरकारी समर्थन मुल्य खरीदी केंद्र में धान बिक्री के लिए किसानों ने पंजियन कर टोकन लेना प्रारंभ किया है. जिससे पंजियन के लिए किसान कृषि उपज बाजार समिति के परिसर में भीड करते दिखाई दे रहे है. इसके लिए किसानों को सातबारा, नमुना 8, आधार कार्ड, बैंक पासबुक की जेराक्स किसानों द्वारा मंगाई जा रही है. टोकन किसानों ने लिए है, मात्र अबतक प्रत्यक्ष खरीदी को शुरूआत नहीं होने से किसानों की धान बिक्री की प्रतिक्षा कायम है. 

पुराना धान न उठाने से उलझन 

आदिवासी विकास महामंडल तथा मार्केटींग फेडरेशन की ओर से बिते खरीफ सीजन में खरीदी किए गए धान की अनेक केंद्र पर से अबतक उचल न होने से यह धान सडते आए है. जिससे करोडों रूपये किंमत के धान बर्बाद होने का भय व्यक्त हो रहा है. इन पुराने धान की उचल न होने से आविका संस्था तथा मार्केटींग फेडरेशन के समक्ष नए धान खरीदी केंद्र शुरू करने की उलझन निर्माण हुई है. 

बोनस समेत धान को 2568 रुपये भाव

खरीफ सीजन 2020-21 आधारभूत खरीदी केंद्र अंतर्गत इस वर्ष सरकार ने धान को 1868 रुपये इतना समर्थन मुल्य घोषित किया है. इसके अलावा राज्य सरकार की ओर से धान को प्रति क्विंटल 700 रुपयें सानुग्रह अनुदान देने की घोषणा की है. जिसेस इस वर्ष धान को 2 हजार 568 रुपये इतना भाव मिलनेवाला है, जिससे किसानों में आनंद व्यक्त हो रहा है. 

इन 39 केंद्रों को मंजूरी 

आदिवासी विकास महामंडल प्रादेशिक कार्यालय, गडचिरोली अंतर्गत कुरखेडा, कोरची, आरमोरी, धानोरा, घोट या पाच उपप्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत आनेवाले 39 धान खरीदी केंद्रों को मंजूरी प्रदान की गई है. जिसमें कुरखेडा उपकेंद्र के कुरखेडा, कढोली, नान्ही, गोठणगाव, गेवर्धा, आंधली, देऊलगाव, सोनसरी, खरकाडा, पलसगड ऐसे 10 खरीदी केंद्र का समावेश है. कोरची उपप्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत मसेली, बेतकाठी, कोटरा, कोटगुल, येंगलखेडा, मालेवाडा, बेडगाव, बोरी (जामनारा), चर्विदंड ऐसे 9, आरमोरी उपप्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत आनेवाले देलनवाडी, कुरंडी माल, दवंडी, उराडी, पिंपलगाव, पोटेगाव, चांदाळा ऐसे 7, धानोरा उपप्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत धानोरा, रांगी, दुधमाला, कारवाफा, मोहली, सोडे, चातगाव ऐसे 7, घोट उपप्रादेशिक कार्यालय अंतर्गत आनेवाले घोट, मक्केपल्ली, रेगडी, भाडभिडी, सोनापूर, आमगाव ऐसे 6 धान खरेदी केंद्रों को मंजूरी प्रदान की गई है.