- परिवारों पर भुखमरी की नौबत
कुरखेडा. कोरोना के चलते पिछले चार माह से निजी यात्री यातायात बंद होने से चालक, मालक व उनके परिवार पर भुखमरी की नौबत आन पडी है. किंतु इसकी ओर प्रशासन की अनदेखी होने से संपत्प चालक, मालक संगठन की ओर से आज, सोमवार 3 अगस्त को कुरखेडा शहर के बाजारपेठ में प्रतिकात्मक भीक मांगो आंदोलन कर इस गंभीर समस्या की ओर सरकार का ध्यानाकर्षण करने का प्रयास किया गया.
सरकार ने कोरोना महामारी को रोकने के लिए पिछले तकरीबन 4 माह पूर्व देश में लॉकडाऊन घोषित किया. इस समय कुछ जीवनाआवश्यक वस्तुओं को छोडकर सभी सेवा व प्रतिष्ठाने अनिश्चित कालावधि के लिए बंद किया गया. इस समय यात्री यातायात भी बंद किए गए. किंतु धीरे धीरे कुछ शर्त से सभी सेवा व प्रतिष्ठाने पूर्ववत शुरू किए गए. इसमें रापनि की बस का भी समावेश है. रापनि की बससेवा जिलाअंतर्गत मर्यादीत स्वरूप में शुरू की गई. किंतु निजी काली-पिली यात्री वाहन को अनुमति नहीं दी जाने से वाहन चालक, मालक व उनके परिवार पर भुखमरी की नौबत आन पडी है. सरकार ने इस गंभीर समस्या की दखल लेकर जिलाअंतर्गत निजी यात्री यातायात को अनुमति दे, ऐसी मांग को लेकर आज कुरखेडा-वडसा काली-पिली निजी यात्री यातायात संगठन की ओर से शहर के बाजारपेठ में प्रतिकात्मक भीक मांगो आंदोलन किया गया.
इस आंदोलन में संगठन के नासीर खान, शाम थोटे, नासीर शेख, सचिन पंडीत, बाबा सय्यद, भास्कर मसराम, सोहेल शेख, हंसराज रक्षे, शकील शेख, अतूल डहाले, शब्बीर पठान, सुनील नेवारे, रियाज़ शेख, गूड्डू राठी, नईम शेख, लक्ष्मण मेश्राम, किशोर उईके, धर्मा उईके, पुरषोत्तम जनबंधू, शैलेश कोटांगले, खेमराज नाकाडे, होमराज गायकवाड़, बाबा शेख, शाहरुख सय्यद, गोलू शेख, लियाकत सय्यद व चालक, मालक शामिल हुए थे.