water pump

  • नपं प्रशासन की अनदेखी दुर्लक्ष

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अहेरी. ग्राम पंचायत से नगर पंचायत में समायोजन होकर 4 वर्ष का कालावधि बितने के बावजूद चेरपल्ली गांव के नागरिकों की पेयजल की समस्या अबतक हल नहीं हुई है. नगर पंचायत प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों की पानी की समस्या की ओर अनदेखी करने से चेरपल्ली के नागरिकों को शमशान में स्थित बोरवेल पर से प्यास बुझाने की नौबत आयी है. 

चेरपल्ली, गडबामणी, गडअहेरी इन गांवों का समावेश  अहेरी नगर पंचायत किया गया है. इन गांवों के ग्रापं का नगर पंचायत में समायोजन होने से यहां की विभीन्न समस्याएं हल होने का अनुमान लगाया जा रहा था. मात्र 4 वर्ष का समय बितने के बावजूद भी इन गांवों की समस्या जैसे थे है. इन तिनों गांवों की पेयजल की समस्या में कोई सुधारणा नहीं हुई है. यहां के नागरिकों को पेयजल के लिए कभी नाले पर तो कभी अहेरी में जाना पडता है. पानी की समस्याओं को लेकर अनेक बार ध्यानाकर्षण करने के बावजूद नगर पंचायत प्रशासन पानी की समस्या हल करने में विफल हुआ है. 

अहेरी नपं में कुल 17 प्रभाग होकर इनमें से प्रभाग क्र. 16 में चेरपल्ली गांव का समावेश होता है. मात्र यहां की पानी की समस्या अब भी कायम होकर धुपकाले में नागरिकों को कैन का पानी पिना पड रहा है. पेयजल के लिए भटकते हुए यहां के नागरिक शमशान भूमि में स्थित हैंडपंप के पानी से अपनी प्यास बुझा रहे है. जिससे नागरिकों को स्वास्थ्य का खतरा नर्मिाण हुआ है. हर वर्ष धुपकाले में पानी की समस्या नर्मिाण होने के बावजूद नगर पंचायत प्रशासन उक्त समस्या का स्थायी उपाययोजना करने में विफल हुई है. जिससे चेरपल्ली के नागरिकों में रोष व्याप्त हो रहा है. 

आलापल्ली में भी जलसंकट
आलापल्ली की नल जलापूर्ति योजना विगत 5 वर्षो से बंद होने से यहां के नागरिकों को पेयजल के लिए व्यापक मशक्कत करनी पड रही है. आलापल्ली में भी पेयजल का संकट कायम होने से नागरिकों को व्यापक परेशानियों का सामना करना पड रहा है. ऐसी बात आलापल्ली के निवासी पलाश तावडे ने कहीं है.