तणावमुक्त अध्यापन से छात्रों की बुनियादी क्षमता विकसित करे

  • गुटशिक्षणाधिकारी कोकुडे का कथन

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आरमोरी. अंतिम छोर पर का प्रत्येक बच्चा शिक्षारत हो सकता है, यह आत्मविश्वास निर्माण कर कृति द्वारा तणावमुक्त अध्यापन से विद्यार्थियों की बुनियादी क्षमता विकसीत करे, ऐसा आह्वान आरमोरी पंस के गुटशिक्षणाधिकारी नरेंद्र कोकुडे ने किया.

जिप मुख्य कार्यकारी अधिकारी इनकी संकल्पना से साकार किए गए फुलोरा उपक्रम अंतर्गत स्थानीय गुट साधन केंद्र आरमोरी में 10 से 19 दिसंबर तक क्षमता विकसन शिक्षक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है. इस प्रशिक्षण के उद्घाटन के उपलक्ष्य में वे अध्यक्षीय मार्गदर्शन करते हुए बोल रहे थे. इस समय उद्घाटक के रूप में आरमोरी गुट साधन केंद्र के गुटसमन्वयक कैलास टेंभूर्णे ने किया. प्रमुख अतिथी के रूप में केंद्र प्रमुख स्नेहलता तुलावे, पिसेवडधा केंद्र के केंद्र प्रमुख आनंद गुरनुले, डोंगरगांव केंद्र के केंद्रप्रमुख नलिनी शेडमाके, केवलराम राऊत, सोनाली कात्रटवार, मिना बांडेबुचे, थलाश धाकडे, शेषराव कुमरे, गोपाल मेश्राम विशेष चौबे आदि मान्यवर उपस्थित थे.

आगे मार्गदर्शन करते हुए कोकुडे ने कहां कि, आदिवासी क्षेत्र के विद्यार्थियों की बुनियादी क्षमता विकसीत करने के लिए फुलोरा उपक्रम की व्यापक आवश्यकता होकर बालभवन यह फुलोरा उपक्रम का गाभा है.  बालभवन के माध्यम से कक्षा 1 से 5 वीं के विद्यार्थियों की भाषा व गणित विषय के बुनियादी क्षमता विकसीत करे. प्रशिक्षण को जवाहर नवोदय विद्यालय घोट के अध्यापक आर. एस. धावर्डे, संजय चौधरी, पवनकुमार यादव ने भेट देकर कक्षा 5 वीं के शतप्रतिशत विद्यार्थियों को नवोदय विद्यालय के परीक्षा में बिठाकर उच्च शिक्षा का मौका दे, ऐसा मार्गदर्शन किया. वहीं डायट के विषय सहाय्यक विठ्ठल होंडे, निलकंठ शिंदे ने भेट देकर विस्तृत मार्गदर्शन किया. 

कार्यक्रम की प्रस्तावना कैलास टेंभूर्णे ने रखी. संचालन सोनाली कात्रटवार ने किया, आभार सुनंदा गिरीपुंजे ने माना. प्रशिक्षण को कक्षा 1 से 5 वीं को अध्यापन करनेवाले 38 शिक्षक व गुट साधन केंद्र के कर्मचारी उपस्थित थे.