उपचार के दौरान हाथी की मृत्यु, कीचड़ में फंसने से था हुआ था बीमार

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गड़चिरोली. सिरोंचा वनविभाग अंतर्गत कमलापुर वनपरिक्षेत्र के हाथी कैम्प में 4 वर्षीय आदित्य नामक हाथी की मृत्यु हो गई. कमलापुर कैम्प के तालाब में फंसने से विगत 19 दिनों से आदित्य बीमार था. उसका उपचार शुरू था. उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. आदित्य के मृत्यु से वनविभाग में खलबली मची है. वन्यप्रेमियों में उसकी मृत्यु से शोक व्यक्त किया जा रहा है. 

कीचड़ में फंसा था आदित्य
जिले में एकमात्र हाथीकैप्म के रूप में अहेरी तहसील के कमलापूर की पहचान है. सिरोंचा वनविभाग अंतर्गत आने वाले कमलापुर वनपरिक्षेत्र में कुल 10 हाथी का समावेश है. इसमें से आदित्य 4 वर्षीय हाथी का बच्चा पर्यटकों के लिए हमेशा आकर्षण का केंद्र रहा था. इस दौरान 10 जून को कमलापुर में मूसलाधार बारिश होने से देर रात वह कीचड़ में फंस गया था. 11 जून को सुबह के दौरान वनकर्मियों ने उसे कीचड़ से बाहर निकाला था. कीचड़ से बाहर निकलने के प्रयास में उसका स्वास्थ्य बिगड़ गया था. कीचड़ में फंसने से उसे मानसिक आघात हुआ था. जिससे उसने भोजन भी छोड़ दिया था. वन विभाग ने उसका स्थानीय पशुवैद्यकीय अधिकारी के मार्फत उपचार शुरू किया था. संबंधितों के मार्गदर्शन में हाथी के बच्चे को भोजन देने का प्रयास शुरू था. आदित्य ने सोमवार को सुबह 7.30 बजे के दौरान अंतिम सांस ली. वनविभाग द्वारा विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों द्वारा उपचार नहीं किए जाने से आदित्य को जान गंवानी पड़ी है. यह आरोप वन्यप्रेमी द्वारा लगाया जा रहा है. 

उच्चस्तरीय जांच करें : मडावी
कमलापुर के सरकारी हाथी कैम्प महाराष्ट्र का एकमात्र हाथीकैम्प है. इस जगह से पर्यटन को गति मिल सकती है. यहां के हाथीकैम्प में 10 हाथियों का समावेश है. हाथी कैम्प के देखरेख के लिए उचित मनुष्यबल नहीं है. यहां के रिक्त पद भरने के लिए वनविभाग की ओर कई बार मांग तथा विनती की गई. वनविभाग द्वारा इस ओर अनदेखी की गई. आदित्य के मृत्यु का वनविभाग ही जिम्मेदारी है. आवश्यक मनुष्यबल होता तो आदित्य की जान बच सकती थी. मनुष्यबल के अभाव में कई बार कैम्प में के हाथियों को रात के दौरान लावारिस छोड़ा जाता है. जिससे यह मामला हुआ है. अब तो वनविभाग की नींद खुलेगी क्या? यह सवाल करते हुए हाथी के बच्चे की मृत्यु कैसे हुई इसकी उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग कमलापुर की सरपंच रजनीता मडावी ने की है.