सुरजागड़ पहाड़ी से उत्खनन का कार्य तत्काल रोके, परसलगोंदी ग्रापं के ग्रामीणों ने दी तहसील पर दस्तक

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    • काम बंद न करने पर जनांदोलन करने की दी चेतावनी 

    गड़चिरोली. पिछले 2 वर्षों से सुरजागड़ पहाड़ी पर उत्खनन व कच्चे माल की ढूलाई का कार्य बंद था. मात्र अब सरकार ने त्रिणेवी अर्थ मुव्हर्स प्रा. लिमिटेड़ को सुरजागड़ पहाड़ी पर उत्खनन करने की अनुमति दी है. वहीं कंपनी द्वारा सुरजागड़ पहाड़ी पर उत्खनन और कच्चे माल की ढूलाई करने का कार्य शुरू किया है. स्थानीय नागरिकों के हित के खिलाफ सरकार निर्णय लेकर कंपनी को कार्य करने को अनुमति दी है. जिससे तत्काल सुरजागड़ पहाड़ी पर शुरू हुआ कार्य बंद करें, अन्यथा जनाआंदोलन किया जाएगा.

    ऐसी चेतावनी शुक्रवार को परसलगोंदी ग्रापं अंतर्गत आनेवाले गांवों के नागरिकों ने एटापल्ली के तहसील कार्यालय पर दस्तक देकर तहसीलदार के माध्यम से जिलाधिश और सांसद अशोक नेते को भिजवाये ज्ञापन में की है. तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते समय कल्पना आत्राम, बिरजु गोटा, दुलसा लेकामी, शंकर हिचामी, कन्नीलाल तिग्गा, बबन एक्का, बिक्का हिचामी, रामु हिचामी, देवाजी वेंडजे, अशोक बड़ा, बैन्जामिन टोपो, संतोष महा समेत ग्रांप क्षेत्र के गांवों के नागरिक उपस्थित थे. 

    वनसवंर्धन व पर्यावरण अधिनियम को रखा ताक पर 

    तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि, सरकार ने संबंधित कंपनी को सुरजागड़ पहाड़ी पर उत्खनन कर कच्चे माल की ढूलाई करने की अनुमति दी है. लेकिन अनुमति देते समय सरकार और कंपनी ने स्थानीय नागरिकों को विश्वास में नहीं लिया है. वहीं वनसंवर्धन अधिनियम 1980 व पर्यावरण अधिनियम 1986 का पालन नहीं किया गया है. इसके अलावा पुनर्वस प्रारूप व अन्य कानूनन प्रक्रिया पूर्ण न करते हुए ग्रामसभा व ग्रामीणों को अंधेरे में रखकर कार्य को मंजूरी देने का आरोप ग्रामीणों ने ज्ञापन में लगाया है. विशेषत: ग्रामसभा में 28 अपै्रल को  ग्रामसभा आयोजित कर सुरजागढ़ का काम शुरू न करने का प्रस्ताव पारित किया था. ऐसी बात भी ज्ञापन में कही गई है. 

    भीषण दुर्घटना के बाद काम हुआ था बंद 

    सुरजागड़ पहाड़ी से लॉयड्स मेटल कंपनी द्वारा उत्खनन कर कच्चे की ढूलाई बाहर जिले में की जा रही थी. ऐसे में जनवरी 2019 में एटापल्ली-आलापल्ली मार्ग पर कच्चे माल की ढूलाई करनेवाले ट्रक की रापनि के बस के साथ भीषण दुर्घटना हुई थी. इस दुर्घटना में करीब 10 लोगों ने अपनी जान गवाई. इस घटना के बाद गुस्साए लोगों ने लॉयड्स मेटल कंपनी की करीब 15 वाहनों को आग लगा दी थी. तब से सुरजागड़ पहाड़ी से कच्चे माल की ढूलाई करने का कार्य बंद था. मात्र अब सरकार ने त्रिवेणी नामक कंपनी को कार्य शुरू करने की अनुमति दी. वहीं कपनी द्वारा कार्य शरू किए जाने से क्षेत्र के नागरिकों में तीव्र नाराजगी व्याप्त है.