किसानों ने दी बिजली कार्यालय पर दस्तक

  • कृषीपंप का भारनियमन बंद करने की मांग

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कुरखेडा. कृषीपंप के फिडर पर शुरू किया गया 16 घंटो का भारनियमन बंद किया जाए इस मांग को लेकर सोमवार 23 नवंबर को दोपहर 12 बजे पूर्व जिप सदस्य सुरेंद्रसिंह चंदेल के नेतृत्व में सैकडो किसानों ने भव्य मोर्चा निकालकर महावितरण के उपविभागीय अभियंता कार्यालय पर दस्तक दी. इस समय आंदोलनकर्ताओं ने  रौद्ररूप धारण कर बिजली कंपनी के धोरण के खिलाफ घोषणाबाजी कर कार्यालय के दरवाजे पर ठिय्या आंदोलन शुरू किया.

गेवर्धा के महावितरण सबस्टेशन से 10 से 12 गाव के कृषीपंप को बिजली आपूर्ति की जाती है. मात्र विगत कुछ दिनों से इस लाईन पर 16 घंटों का भारनियमन किया जा रहा है. जिससे परिसर के किसानों को रब्बी सीजन के धान फसल लेना असंभव हुआ है. महावितरण के इस धोरण से किसान वर्ग में बडा असंतोष फैला है. इस संदर्भ में इसके पूर्व भी कई बार ज्ञापन, घेराव आंदोलन किया जाने के बावजूद भी आश्वासन के अलावा कुछ हाथ नहीं लग पाया. जिससे संतप्त किसानों ने सोमवार 23 नवंबर को सुरेंद्रसिंह चंदेल के जनसंपर्क कार्यालय से घोषणाबाजी कर मोर्चा निकाला. उक्त मोर्चा बिजली कार्यालय पर निकलने के बाद कार्यालय के दरवाजे पर ही पुलिस ने आंदोलनकर्ताओं को रोका. जिससे आंदोलनकर्ता किसानों ने दरवाजे पर ही ठिय्या आंदोलन शुरू किया. 

आंदोलन पिछे न लेने का निर्णय

इस दौरान, उपविभागीय अभियंता मुरकुटे ने संतप्त आंदोलनकर्ताओं से संवाद किया. मात्र जब तक ठोस निर्णय नहीं लिया जाता, तब तक आंदोलन पिछे न लेने का निर्णय आंदोलनकर्ताओं ने लिया था. जिससे समाचार लिखे जाने तक ठिय्या आंदोलन शुरू था. इस समय आंदोलनकर्ताओं का रौद्ररूप को देखते हुए, थानेदार सुधाकर देडे व सहाय्यक पुलिस निरीक्षक समीर केदार के नेतृत्व में सशस्त्र पुलिस का बडा बंदोबस्त लगाया गया था.

मोर्चा में पूर्व नगराध्यक्ष डा. महेन्द्र कुमार मोहबंसी, पूर्व शिवसेना तहसील प्रमुख आशीष काले, किसान नेते घिसू पाटील खूणे, नगरसेवक पुंडलिक देशमुख, सोनू भट्टड, विजय पूस्तोडे, उल्हास खुणे, दशरथ लाडे, राकेश खुणे, देवा खुणे, दिगांबर नाकाडे, गुणवंत कवाडकर, बंडू खुणे, मनोहर लांजेवार, जगेंन्द्र बुद्धे, जानबा डोकरमारे, पुरुषोत्तम तिरगम, प्रकाश दरवडे, अशोक गायकवाड, अरूण नैताम, भोजराज खुणे व सैकडो किसान शामिल हुए थे.