ELEPHANT
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    गड़चिरोली. अहेरी तहसील के कमलापूर में स्थित हाथी कैम्प प्रसिद्ध होकर यह पर्यटकों को लुभाता है. इस हाथी कैम्प में एक आत्मनिर्भर हाथी का विडीओ सोशल मिडीया पर काफी वायरल हो रहा है. इस विडीओ में हाथी अपने सूंड की सहायता से हैन्डपंप से पानी निकालकर अपनी प्यास बुझाता दिखाई दे रहा है. 

    अनेक फिल्मों में हाथी को दिखाया गया है. कैसे हाथी अपने मालिक की मदद करता दिखाया जाता है. हाथी को पानी बहोत भांता है. जिस कारण हाथी अपने शरीर को शितल करने सूंड से अक्सर अपने शरीर पर पानी छिड़कता रहता है. जंगलों में तालाब, जलाशयों के पास हाथी पानी के साथ खेलते नजर आते है.

    मात्र कमलापूर के हाथी कैम्प में एक हाथी स्वयं हैन्डपंप चलाकर तृष्णातृप्ती करता विडीओर जिले में सर्वत्र चर्चा का विषय बना है. यह विडीओ कमलापूर के हाथी कैम्प का होने की बात कहीं जा रही है. जिसमें उक्त हाथी स्वयं बोरवेल चलाकर पानी पिता दिखाई दे रहा है. 

    कमलापूर में 9 हाथीयों का अधिवास

    कमलापूर गांव समिप स्थित वनविभाग के अधिकार क्षेत्र में आनेवाले इस हाथी कैम्प में फिलहाल 9 हाथी है. इस कैम्प के परिसर में बड़ा तालाब है. हाथी को प्राकृतिक अधिवास के लिए यह परिसर पोषक है. इस कैम्प में 3 नर व 6 मादी निवासरत है.  उसमें से अर्जुन, अजित, गणेश, सई, बसंती, रूपा, मंगला ऐसे उनके नाम होकर यह हाथी पर्यटकों का ध्यानाकर्षीत कर रहा है.

    इस कैम्प में एक आत्मनिर्भर हाथी का विडीओ फिलहाल उत्सूकता का विषय बन रहा है. कोरोना महामारी के कारण फिलहाल हाथी कैम्प बंद होकर अनेक पर्यटकों के उत्साह में निराशा है. 

    नक्सलियों ने की थी तोडफोड 

    अहेरी तहसील के कमलापूर के हाथी कैम्प के कारण जिले का नाम रोशन हुआ है. फिर भी नक्सलियों द्वारा इस क्षेत्र में कभी कबार विघातक कृत्य करने की घटनाएं सामने आते रहते है. कुछ वर्ष पूर्व नक्सलियों ने इस हाथी कैम्प को निशाना बनाते हुए बड़ी मात्रा में तोडफोड की थी. फिर भी प्रकृतिप्रेमी इस हाथीकैम्प को भेट देकर पर्यटन का लूफ्त उठाते है.