मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को नियमित पदभरती में प्रथमिकता दें- पालकमंत्री ना. वडेट्टीवार को सौंपा ज्ञापन

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गडचिरोली. कोरोना वायरस के संक्रमण से स्वास्थ्य विभाग में नियमित पद भरने का कार्य शुरू है. उक्त पदभरती में 2016 में चयन किए गए मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को प्रथमिकता दें, ऐसी मांग मौसमी क्षेत्र कर्मचारी कार्यकारिणी के जिलाध्यक्ष गीतेश खेवले व पदाधिकारियों ने पालकमंत्री ना. विजय वडेट्टीवार को सौंपे ज्ञापन द्वारा की है. 

ज्ञापन में कहा है की, 2016 में गडचिरोली जिलें में मलेरिया का बड़ा प्रकोप था. जिससे 839 व्यक्ति की मौसमी क्षेत्र कर्मचारी के रूप में मलेरिया संचालक के आदेश से भरती की गई. उन्हें राष्ट्रीय किटकजन्य रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत मलेरिया तथा अन्य किटकजन्य बिमारीयां नियंत्रण  लाने का कार्य सौंपा गया था. इन कर्मचारियों ने दुर्गम, अतिदुर्गम क्षेत्र में कार्य किए है. साथ ही उन्हे किए कार्यो का अनुभव प्रमाणपत्र भी दिया गया. इन पद पर कार्य करते समय कईयों ने शक्षिा, व्यवसाय व अध्ययन छोडा. इन मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को घर का दौरा करना, ब्लड नमुने जमा करना, गप्पी मछली छोडना, जंतुनाशक दवा का छिडकांव करना आदि कार्य करना पडेगा, ऐसा वज्ञिापन में जारी किया था. किंतु मलेरिया अधिकारी ने 2019 में बाहरी जिलें के छिडकांव कर्मचारियों को कार्य पर लिया. जिससे यह हम पर अन्याय होने की बात मौसमी कर्मचारियों ने की.

जिलें में छिडकांव कार्य में उक्त मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों का चयन करने पर जिलें के युवकों को रोजगार प्राप्त होगा. जिलें में कोरोना व हर वर्ष जैसे आनेवाला मलेरिया यह दुहेरी समस्या नर्मिाण होने की संभावना है. जिलें के मलेरिया बिमारी पर काबू पाने के लिए 2016 में चयन किए गए मलेरिया रोधक छिडकांव साथ ही मलेरिया रोधक को कार्य देने की सुचना जिला मलेरिया अधिकारी दे, ऐसी मांग ज्ञापन द्वारा की गई है. ज्ञापन सौंपते समय मौसमी क्षेत्र कर्मचारी कार्यकारिणी के जिलाध्यक्ष गीतेश खेवले, पंकज खोबे, देवराव सातपुते, नागेश वासेकर, नामदेव वासेकर व पदाधिकारी उपस्थित थे.