बैलगाड़ियों के साथ जिलाधीश कार्यालय पर दस्तक

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गडचिरोली. रेतीघाटों की तुरंत नीलामी कर विकास कार्यो के लिए रेती उपलब्ध कराने की प्रमुख मांग के लिए  परिवर्तन संगठना के अध्यक्ष सुरेंद्रसिंह चंदेल के नेतृत्व में आज सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर बैलगाड़ी मोर्चे ने दस्तक दी। इस दौरान आंदोलनकारियों ने बैलगाउी के साथ ठिया दिया। 

एक वर्ष से जिले में रेती घाट शुरू नहीं होने से विभिन्न सरकारी योजना के घरकुल निर्माण, ग्राम पंचायत स्तर के विभिन्न विकासकार्य, नई इमारतों का निर्माण प्रलंबित है। इस संदर्भ में जिलाधिकारी को अनेकों बार निवेदन सौंपने के बावजूद रेती घाटों की नीलामी प्रक्रिया शुरू नहीं हुई। जिससे अनेक नागरिकों के रोजगार पर प्रतिकूल परिणाम पड़ रहा है। इसलिए रेती घाटों की तुरंत नीलामी कराये, रेतीघाट शुरू होने तक बैलगाडी धारकों को प्रति बंडी 3 ट्रीप रेती ले जाने की अनुमति दे, इन मांगों को लेकर परिवर्तन संगठना के अध्यक्ष तथा पूर्व जिप सदस्य सुरेंद्रसिंह चंदेल, पूर्व निर्माण सभापति छाया कुंभारे, पूर्व उपजिलाप्रमुख संतोष मारगोनवार, अविनाश गेडाम, रेखा समर्थ इनके नेतृत्व में बैलगाडी मोर्चा निकाला गया. 

स्थानीय गांधी चौक से सुबह 11 बजे बैलगाडी मोर्चे को शुरूआत हुई। किंतु यातायात में बाधा न हो इसलिए बैलगाडियों को अभिनव लॉन के मैदान पर रोककर सिर्फ  20 बैलगाडी ले जाने की अनुमति दी गई। जिससे आंदोलनकर्ताओं ने बैलगाडी समेत जिलाधिकारी कार्यालय पर दस्तक देते हुए मांगो का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है। इस अवसर पर परिवर्तन संगठना के अध्यक्ष तथा पूर्व जिप सदस्य सुरेंद्रसिंह चंदेल, रमेश वाढई, नरेश वाढई, गोवर्धन काले, मुकाजी भोयर, प्रकाश कोराम, रविंद्र निंबोरकर, गुरुदेव काटवे, शामराव नैताम, नामदेव बारसागडे, युवराज काटवे, मधुकर धोडरे, सुधाकर धोडरे, सिमा पराशर, अश्विनी भांडेकर आदि समेत बैलगाडी चालक, कामगार उपस्थित थे।