असंगठित कामगारों की जिप पर दस्तक

  • घोषणाबाजी से सरकार विरोध में व्यक्त किया आक्रोश
  • विभिन्न मांगों का ज्ञापन पेश

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गडचिरोली. किमान वेतन, सामाजिक सुरक्षा, मासिक पेंशन आदि समेत असंगठीत कामगारों के विभिन्न प्रलंबित मांगों को लेकर आज 7 अगस्त को आयटक के नेतृत्व में जिले के असंगठीत कामगारों ने जिला परिषद के सामने दस्तक दी. इस समय केंद्र व राज्य सरकार के कामगार विरोधी धोरण के विरोध में घोषणाबाजी कर कामगारों ने तीव्र आक्रोश व्यक्त किया.

इन मांगों को लेकर आंदोलन 
अंगणवाडी सेविका, मदतनिस, आशा गटप्रवर्तक, शालेय पोषण आहार, हैंडपंप देखभाल मरम्मत कामगारों को सरकारी कर्मचारियों का दर्जा देकर तकरीबन वेतन व सामाजिक सुरक्षा लागू करे, हर माह सेवानिवृत्ती लाभ दिया जाए, लॉकडाऊन कालावधि में वेतन कटौती व कामगार कटौती पर बंदी लाए, 60 साल के बाद 5 हजार पेंशन कानून लागू करें, लॉकडाऊन कालावधि में किए हुए कार्य का भुगतान स्किम कामगारों दिया जाए, लॉकडाऊन कालावधि में मृत हुए स्थलांतरीत कामगारों के बच्चों को नुकसान मुआवजा दे, केंद्र सरकार ने राज्य का वित्तीय योगदान तत्काल दे, पेट्रोल, डिझेल का भारी शुल्क कम करे, सेवानिवृत्त अंगणवाडी कर्मचारियों को एकमुश्त सेवानिवृत्ती का लाभ दे, जिले के अंगणवाडी कर्मचारियों का बढोत्तरी मानधन रक्कम तत्काल दें आदि समेत विभिन्न मांगों को लेकर आयटक के अध्यक्ष देवराव चवले, सचिव जगदिश मेश्राम, डा. महेश कोपूलवार, विनोद झोडगे, सारिका वांढरे, राधा ठाकरे, रजनी गेडाम, जलील पठाण के नेतृत्व में जिले के असंगठीत कामगारों ने जिला परिषद कार्यालय पर दस्तक दी. आंदोलन के दौरान असंगठीत कामगारों को केंद्र व राज्य सरकार के विरोध में घोषणाबाजी कर आक्रोश व्यक्त किया. 

विभिन्न मांगों का ज्ञापन जिप मुख्य कार्यकारी अधिकारी के मार्फत मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री को भेजा गया. इस समय जिले के बहूसंख्य असंगठीत कामगार विशेषत: महिला उपस्थित थे.