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आरमोरी. वन परिक्षेत्र सिरोंचा के अधीनस्थ क्षेत्र अमडेल्ली पाठा के समीप शुक्रवार की रात एक चीते ने दस्तक दी है. चीते के क्षेत्र मे भ्रमण करने की जानकारी स्थानीय सोशल मिडिया मे आग की तरह फैल गयी. इसको लेकर उस परिसर के आसपास के ग्रामीणों मे दहशत का वातावरण निर्माण हुआ है. जबकी इसकी जानकारी मिलते की सिरोंचा वन परिक्षेत्र के वन अमला चीते की पतासाजी मे लगा है. साथ ही लोगों से चौकन्ना रहने को कहा गया है. 

 सिरोंचा वन परिक्षेत्र के मेडारम, कारसपल्ली, मर्रीगुड़ेम, अमड़ेल्ली,चिट्टूर, आदी क्षेत्रों मे अक्सर बाघ की मौजूदगी एवं उसके भ्रमण  की खबरें अक्सर निकल आते रहे है. इसको लेकर स्थानीय वन प्रशासन भी सजग रहता है. जब भी इस तरह की खबरें इन क्षेत्रों के जंगली एवं मैदानी क्षेत्रों से सुनने को मिलते है, तब तब स्थानीय वन प्रशासन टीमें बनाकर उन क्षेत्रों मे पतासाजी मे निकल पड़ते है.

हाल ही के दिनों मे परिक्षेत्र के चिट्टूर, अमढेल्ली एवं मर्रीगुडेम के गांवों के आसपास की जंगलों मे बाघ ने मवेशियों को निशाना बनाने की जानकारी सामने आ रही है. इसके अलावा सिरोंचा वन मंडल के असरल्ली परिक्षेत्र के पातागुडा के समीप स्थित इन्द्रावती नदी पर भी बाघ के आकर पानी पीने कि विडियो भी सोशल मिडिया मे सुर्कीयाँ बठोर चुकी है. जबकी अब तक उसके बारे मे कोई पुख्ता जानकारी निकल कर नही आयी है. इसी बीच शुक्रवार की रात सिरोंचा के परिक्षेत्र के अमडेल्ली पाठा के समीप चीते की मौजूदगी ने उस परिसर के लोगों की नींद उड़ा दी है. 

जबकी भौगोलिक रुप से कहा जाये तो सिरोंचा वनमंडल के पडौसी राज्यों छत्तीसगढ के सीमावर्ती इलाकों बीजापुर वनमंडल का भोपालपटनम, भैरमगड़, कुटरू, सन्ड्रा, पिलूर,तारलागुडा, मेटलाचेरु  क्षेत्र एवं तेलंगाना राज्य के मंचरियाल वनमंडल के कोटापल्ली, नीलवाया, अन्नाराम के अलावा वनमंडल भूपालपल्ली के महादेवपुर, कालेश्वरम, पलिमेला, पन्केना क्षेत्रों मे भी अक्सर बाघों की मौजूदगी की खबरे निकल कर आती है. जबकी ये सभी क्षेत्र सिरोंचा वनमंडल के सीमावर्ती इलाकों मे से है. वही कुछ एक संदर्भो पर प्राणहानी एवं जीवहानी की घटनाएँ घटित होने की जानकारियां निकल कर आयी है.

ग्रामीण सतर्कता बरते-चौके

क्षेत्रीय वन अमले को सजग रहने को कहा गया है, इसके अलावा टीमे गठित करके ग्रामीणों को चौकन्ना किया जा रहा है. साथ ही चीते के संदर्भ मे जानकारी इकट्टा करने उसकी पतासाजी का कार्य किया जा रहा है. हाल के समय धान की कटाई एवं कपास के निकालने के समय होने के चलते उस परिसर के ग्रामीणों को विशेष रूप से सतर्कता बरतने का आह्वान किया जा रहा है, ऐसी जानकारी सिरोंचा के वनपरिक्षेत्र अधिकारी नरेश चौके ने दी.