- 180 ग्रापं पर भाजपा का दावा
- 320 ग्रापं के चुनावी नतीजे घोषित
गड़चिरोली. जिले के 360 ग्राम पंचायतों का चुनाव 2 चरणों में हुआ. इन दोनों चरणों में के ग्राम पंचायत के नतीजे शुक्रवार को घोषित हुए. चुनाव में कई दिग्गजों को हार का मुंह देखना पड़ा. वहीं कई नए प्रत्याशियों के गले में विजयी माला पड़ी. चुनाव में अनेक स्थानीय नेता अपना गढ़ बचाने में सफल रहे. वहीं कुछ को मतदाताओं ने नकार दिया. इस बीच, महाविकास आघाड़ी ने जिले की 80 प्रतिशत ग्रापं पर कब्जा करने का दावा किया. वहीं भाजपा ने भी करीब 180 ग्राम पंचायतों पर कमल खिलाने का विश्वास जताया है. हालांकि राजनीतिक दलों द्वारा किए गए दावों के कारण संभ्रम की स्थिति निर्माण हो गई है.
40 ग्रापं रही निर्विरोध
जिले में 360 ग्राम पंचायतों के चुनाव 2 चरणों में घोषित किए गए थे. इनमें से 40 ग्रापं निर्विरोध चुनी गईं. जिसके बाद 15 जनवरी को 170 तथा 20 जनवरी को 150 ग्रापं के लिए मतदान हुआ. जिसमें मतदाताओं ने काफी उत्साह से मतदान किया. खासकर नक्सलग्रस्त तहसीलों के दुर्गम क्षेत्रों में भी मतदाताओं ने बढ़चढ़कर अपने मताधिकार का उपयोग किया. जिन ग्रापं में मतदान हुआ उनके मतों की गणना शुक्रवार को तहसील मुख्यालय में हुई. यहां पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त लगाया गया था.
सभी के अपने-अपने दावे
महाविकास आघाड़ी के घटक दल कांग्रेस ने जिले की 80 प्रश यानि करीब 270 से अधिक ग्रापं पर जीत का दावा किया है. हालांकि भाजपा ने भी जिले की 180 ग्रापं पर दावा किया. गड़चिरेाली विस क्षेत्र के विधायक डा. देवराव होली ने गड़चिरोली तहसील की 34 में से 24, चामोर्शी तहसील में 21 में से 18, धानोरा तहसील की 19 में से 12 ग्रापं पर भाजपा की सत्ता होने की बात कही. वहीं पूर्व विधायक व कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डा. नामदेव उसेंडी ने जिले में कांग्रेस द्वारा 183 तथा महाविकास आघाड़ी द्वारा 95 ऐसे कुल 278 ग्रापं पर कब्जा करने की बात कही. इनमें कोरची तहसील की 14 ग्रापं में से 8 कांग्रेस, महाविकास आघाड़ी 3, कुरखेड़ा तहसील की कुल 35, गड़चिरोली 40, धानोरा 36, चामोर्शी कुल 49, मूलचेरा 12, अहेरी 21, सिरोंचा 22, एटापल्ली 12, भामरागड़ 2, वड़सा 16, आरमोरी 25 ऐसे कांग्रेस, महाविकास आघाड़ी ने कुल 278 ग्रापं पर कब्जा करने की बात कही गई. यही नहीं राकां ने जिले में 125 ग्राम पंचायत और शिवसेना ने भी 150 ग्राम पंचायतों पर जीत दर्ज करने का दावा किया है.
अब सरपंच पद के आरक्षण पर निगाहें
ग्राम पंचायत के सरपंच पद के आरक्षण अब तक घोषित नहीं हुए हैं. जिससे चुनाव के नतीजे घेाषित होने बाद अब सरपंच पद की माला किसके गले में पड़ती है, इसे लेकर सभी उत्सुक है. सरपंच पद के आरक्षण के पश्चात ही किस पार्टी के पाले में कितनी ग्रापं गई, यह तय होगा. चुनाव के नतीजे घोषित होने से आगामी कुछ दिनों में यह आरक्षण भी निकाला जाएगा.
ग्रामीण अंचल में BJP को झटका
जिले की 320 ग्राम पंचायतों में हुए प्रत्यक्ष चुनाव के नतीजे शुक्रवार को घोषित हुए. जिसमें राज्य की महाविकास आघाड़ी ही जिले के ग्रामीण अंचल में सबसे आगे रहने की बात कही जा रही है. जिले में सांसद तथा आरमोरी व गड़चिरोली विस क्षेत्र में भाजपा के विधायक है. इसके बावजूद ग्राम पंचायत चुनाव में ग्रामीण जनता ने महाविकास आघाड़ी के पक्ष में मतदान किया. जिसके कारण महाविकास आघाड़ी के पाले में 270 से अधिक ग्रापं आने की बात कही जा रही है. इसे भाजपा के लिए एक झटके के रूप में देखा जा रहा है.
एटापल्ली में आविसं-कांग्रेस आगे
तहसील की 16 ग्राम पंचायत में से 9 ग्राम पंचायतों पर कांग्रेस-आविसं युति ने जीत दर्ज करने का दावा किया गया. वहीं राकां ने भी 6 जगह पर जीत का दावा किया है. जिससे तहसील में संभ्रम की स्थिति है. लेकिन अधिकांश ग्रापं पर आविसं-कांग्रेस युति की सत्ता आने की चर्चा है.
कुरखेड़ा में युवाओं को मौका
तहसील की 39 ग्राम पंचायतों के नतीजे घोषित किए गए. जिनमें से अनेक जगह मतदाताओं ने पुराने लोगों को दूर कर नए युवाओं को मौका देने की जानकारी है. चुनाव में अनेक दिग्गजों को पराजय का सामना करना पड़ा. पराजित प्रत्याशियों में प्रमुखता से घिसु पाटिल खुणे, रमेश बावनथले शिरपुर, धरमदास उईके, अनिल कोटांगले कडोली, पिंगला घोड़मारे कडोली, बलिराम मसराम, खरकाडा का समावेश है. वहीं प्रमुख विजयी प्रत्याशियों में भाजपा के पूर्व तहसील अध्यक्ष राम लांजेवार गोठणगांव, पूर्व तहसील महासचिव चंद्रकांत चौके कढोली, तहसील महामंत्री डा. मनोहर आत्राम मालेवाड़ा शामिल हैं. चुनाव के नतीजों के बाद तहसील अध्यक्ष नाजुक पाटिल पुराम ने 23 ग्राम पंचायतों पर भाजपा समर्थित गुट का दावा किया है. वही कांग्रेस के तहसील अध्यक्ष जयंत हरडे ने 19 ग्राम पंचायतों पर कब्जा होने की बात कही है. शिवसेना के सुरेंद्रसिंह चंदेल ने 8 ग्राम पंचायतें शिवसेना के कब्जे में होने की बात कही है. राकां ने भी 8 ग्रापं पर दावा किया है.
देसाईगंज में सभी 17 ग्रापं पर महाविकास आघाड़ी
तहसील में अनेक वर्षों के पश्चात धक्कादायक नतीजे लगे है. तहसील की सभी 17 ग्राम पंचायतों पर महाविकास आघाड़ी ने जीत दर्ज की है. यहां कई दिग्गजों को हार का मुंह देखना पड़ा. तहसील के बोडधा, चोप, शंकरपुर, कसारी, विहीरगांव, पोटगांव, पिंपलगांव (ह.), डोंगरगांव (ह.), किन्हाला/मोहटोला, शिवराजपुर, विसोरा, आमगांव एकलपुर, कोकड़ी, तुलशी, कुरूड, कोंढाली ग्राम पंचायतों के चौकाने वाले नतीजे आए हैं. तहसील के वर्तमान विधायक के गोद लिए गांव आमगांव में उलटफेर होकर यहां महाविकास आघाड़ी की सत्ता आई है. विसोरा के भाजपा के गढ़ में भी महाविकास परिवर्तन पैनेल ने 13 में से 12 जगहों पर जीत दर्ज की.