Naxal
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गडचिरोली. बताया जा रहा है कि रविवार की सुबह नक्सली और पुलिस के बीच हुई भिड़ंत में शहीद हुए 2 जवानों को मारकर नक्सलियों ने डीवीसी मेंबर सुजनक्का की मौत का बदला लिया है. जारावंडी पुलिस मदद केंद्र के अंतर्गत आनेवाले सीनभट्टी जंगल परिसर में 2 मई को हुई मुठभेड़ में पुलिस ने उक्त नक्सली को ढेर किया था. जिससे नक्सली बौखलाए हुए थे. नक्सलियों ने इस घटना के विरोध में 20 मई को गड़चिरोली जिला बंद का आह्वान किया था. इस संदर्भ का नक्सली बैनर नक्सलग्रस्त परिसर में मिला था. जवानों को बनाया निशानानक्सलियों ने जंगल परिसर में अभियान पर तैनात पुलिस जवानों को निशाना बनाया.

इस घटना में पीएसआई समेत एक जवान शहीद हुआ. जिससे नक्सलियों द्वारा सृजनक्का की मौत का बदला लेने की बात कहीं जा रही है. पुलिस विभाग ने भी कुछ नक्सली मारे जाने दावा किया है. गत 2 वर्षो से पुलिस विभाग पूर्ण रूप से नक्सलियों पर हावी रहा है. जिससे नक्सली बैकफुट पर नजर आ रहे थे. मात्र इस घटना से नक्सली फिर से जिले में सक्रिय होने का दिखाई दे रहा है. घायल हुए 3 जवानउल्लेखनीय है कि भामरागढ़ तहसील के कोठी पुलिस मदद केंद्र के अंतर्गत आनेवाले पोयरकोटी-कोपर्शी जंगल परिसर में रविवार को सुबह 6 से 6.30 बजे के दौरान पुलिस व नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में क्युआरटी दल के पुलिस उपनिरीक्षक समेत एक सी-60 जवान शहीद हुआ है. वहीं 3 पुलिस जवान घायल हुए हैं.

शहीद पुलिस उपनिरीक्षक का नाम सोलापूर जिले के निवासी धनाजी होनमाने व जवान का नाम भामरागढ तहसील के आरेवाडा निवासी किशोर आत्राम है. मुठभेड़़ में घायल हुए जवानों के नाम भामरागढ़ तहसील के लाहेरी निवासी गोंगलू ओक्सा, पेनगुंडा निवासी राजू पुसाली व पिटेकसा निवासी दसरू कुरसामी है. होनमाने को मिला था DGP पुरस्कार 1 मई महाराष्ट्र दिवस पर राज्य सरकार ने जिले के 116 पुलिस अधिकारी व कर्मियों को पुलिस महासंचालक पदक से सन्मानित किया था.

इनमें शहीद पीएसआई धनाजी होनमाने का भी समावेश था. नक्सलविरोधी कार्रवाइयों में पीएसआई धनाजी होनमाने ने उल्लेखनिय कार्य किया था. भामरागडढ़ के क्युआरटी दल के वे प्रमुख थे. 3 वर्ष के सेवा का समय पूर्ण करने से उनका इस वर्ष तबादला होना था, मात्र कोरोना संकट के चलते तबादले की प्रक्रिया प्रलंबित है.