- सीमावर्ती इलाके में जांच केंद्र होना जरूरी
गडचिरोली. राज्य समेत जिले में कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है. ऐसे में सरकार द्वारा 15 दिनों का मिनी लॉकडाऊन घोषित करने के कारण बाहर राज्यों में मजदूरी के लिए गए मजदूर वापिस लौटने के कारण अब शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र में कोरोना के चपेट में आ रहा है. इसका ताजा उदाहरण यह है की, जिले में रोजाना 400 से अधिक नए बाधित पाए जा रहे है. ऐसे में जिला प्रशासन को सीमावर्ती इलाकों में बाहर राज्यों से लौट रहे मजदूरों की कोरोना जांच करने के लिए कोरोना सेंटर तैयार करने की आवश्यकता है.
5 दिनों में 66 लोगों ने गवाई जान
जिले में कोरोना का संक्रमण तीव्र रूप से बढ रहा है. इसकी चपेट में युवा, अदेड उम्र के लोग आ रहे है. पिछले 5 दिनों का रिकार्ड देखो तो जिले में करीब 66 लोगों ने कोरोना से जंग हारकर अपनी जान गवाई है. वहीं इन 5 दिनों में रिकार्ड ब्रेक 2344 लोग कोरोना संक्रमित हुए. बावजूद इसके लोगों में कोरोना का भय दिखाई नहीं दे रहा है. जिसका खामियाजा रोजाना सैकडों की संख्या में बाधित मिल रहे है.
प्रशासन सतर्क, नागरिक बेखौफ
एक तरफ प्रशासन कोरोना संक्रमण के गंभीरता को समझते हुए आए दिन नए नियमों को जारी कर लोगों से इन नियमों का पालन करने की अपील की जा रही है. वहीं दुसरी ओर नागरिक प्रशासन के सुचनाओं का पालन न करते हुए बेखौफ होकर एक गाव से दुसरे गाव सफर कर रहे है. इस कारण जिले में तेजी से कोरोना बाधितों की संख्या बढ रही है.
प्रशासन ने तो सडकों पर बंदोबस्त के रूप में पुलिस जवानों को तैनात किया है. लेकिन यह बंदोबस्त केवल शहरी इलाकों में ही दिख रहा है. ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्र में बंदोबस्त न होने के कारण इन क्षेत्र के लोग प्रशासन के सुचनाओं का पालन न करते हुए बेखौफ दिखाई दे रहे है.
प्रशासन को कडे कदम उठाने की आवश्यकता
जिले में बढ रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रशासन काफी गंभीर होकर संक्रमण की श्रृंखला तोडने के लिए नियम बना रहा है. सोमवार को जिलाधिश ने आदेश जारी कर जीवनाश्यक वस्तुओं की दुकाने सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक शुरू रखने का आदेश दिया था. वहीं मंगलवार को दोबारा आदेश जारी कर व्यापार सुबह 7 से 11 बजे तक शुरू रखने का आदेश दिया है. इनमें स्वास्थ्य सेवा के लिए कोई समय की पाबंदी नहीं रखी गई है.
मात्र अन्य व्यापार समेत बैंकों को भी दोपहर 3 बजे तक का ही समय दिया गया है. प्रशासन की यह निती कोरोना को रोकने के लिए जरूर फायदेमंद होगी यदी नागरिकों का सहयोग मिलेगा तो, लेकिन जिले में इसका आवश्यकता के अनुसार लोगों का प्रतिसाद मिलते नहीं दिख रहा है. जिससे प्रशासन को कडे कदम उठाने की आवश्यकता है.