धान खरीदी बंद, लगी वाहनों की कतारे, दुविधा में पड़े तहसील के किसान

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    सिरोंचा . सरकार द्वारा ग्रीष्मकालीन धान खरीदी करने की अवधि 30 जून तक बढ़ाई गयी थी. लेकिन बुधवार को सिरोंचा तहसील के विभिन्न सरकारी धान खरीदी केंद्रों में शाम 5 बजे तक धान खरीदी की प्रक्रिया चलाई गयी. इसके बाद प्रक्रिया पुर्णत: बंद की गई. बुधवार का धान बिक्री करने का आखरी दिन होने के कारण किसान अपने धान लेकर वाहनों की सहायता से तहसील के धान खरीदी केंद्रों पर पहुंचे.

    लेकिन सरकार के आदेश नुसार बुधवार को धान खरीदी की प्रक्रिया बंद की गई. जिसके कारण तहसील के विभिन्न धान खरीदी केंद्रों के सामने वाहनोंं की लंबी कतारे लग गयी थी. अब खरीदी प्रक्रिया बंद होने के कारण तहसील के किसान पुरी तरह दुविधा में पड़ गये है. वहीं धान खरीदी की समयावधि बढ़ाने की मांग अब जोर पकड़ रही है.

    अनेक किसान धान बेचने से वंचित

    सिरोंचा तहसील के किसान ग्रीष्मकालीन धान फसल का उत्पादन लेकर सरकारी धान खरीदी केंद्र शुरू होने के प्रतिक्षा कर रहे थे. ऐसे में सिरोंचा तहसील में 12 जून को धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू हुई. इस कालावधि में सिरोंचा के धान खरीदी केंद्र में करीब 466 किसानों ने ऑनलाईन पंजीयन किया था. जिनमें से 29 जून तक कुल 319 किसानों का धान खरीदा गया. वहीं ऑनलाईन पंजीयन किए 156 किसानोंं का धान खरीदना बाकी है. ऐसे में सरकार के आदेश नुसार 30 जून को धान खरीदी की प्रक्रिया बंद की गई. जिसके कारण सिरोंचा समेत तहसील के अनेक किसान धान बिक्री करने से वंचित रह गये. जिससे किसानों पर वित्तीय संकट टूट पड़ा है.

    जिलाधिश को भिजवाया ज्ञापन

    सिरोंचा तहसील के किसानोंं ने तहसीलदार के माध्यम से जिलाधिश को ज्ञापन भिजवाकर धान खरीदी प्रक्रिया की अवधि बढ़ाने की मांग की है. किसानों ने ज्ञापन में कहा कि, सरकार द्वारा धान खरीदी केंद्र बंद किए जाने से तहसील के अनेक किसानों पर धान बिक्री से वंचित रहने की नौबत आन पड़ी है. ऐसे में खरीप सत्र शुरू होने के कारण वित्तीय अभाव के चलते खेती करना मुश्किल हो गया है.

    जिससे किसानों को राहत देने के लिये धान खरीदी प्रक्रिया की अवधि बढ़ाने की मांंग किसानोंं ने की है. तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते समय नारायण पालारपु, मिनीर खान, राहुल पेणका, हरीष चेन्नुरी साजीद सय्यद समेत अन्य किसान उपस्थित थे.