जिले में रिमझिम बारिश की झड़ी, किसानों चेहरे पर लौटी रौनक

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गडचिरोली. इस वर्ष विलुप्त दिखाई देनेवाले बारिश के झडी का एहसास सावन के अंतिम चरण में होने लगा है. शनिवार की मध्यरात्री आरंभ हुई रिमझीम वर्षा रविवार को भी रूक रूक कर जारी थी. वहीं आज सोमवार 10 अगस्त को भी दिनभर बारिश की रिमझीम जारी थी. आज सुबह से ही बारिश की झडी आरंभ होकर दिनभर रिमझीम बारिश का सिलसिला चलने से किसानों के चेहरे पर रोनक वापिस लौटी है. जिससे किसान कृषिकार्यो में जुटा दिखाई दे रहा है. वहीं रोपाई कार्यो में तेजी आने की संभावना व्यक्त हो रही है. 

विगत अनेक दिनों से बारिश विलुप्त हुई थी. जिससे जिले में 50 फिसदी रोपाई के कार्य प्रलंबित हुए थे. किसानों को धुंआधार बारिश की प्रतिक्षा थी. इस बिच मौसम विभाग ने 10 व 11 अगस्त को पूर्व विदर्भ के जिले में अतिवृष्टि की चेतावनी दी थी. जिसके तहत आज गडचिरोली जिले में बारिश आरंभ हुई. दिनभर बारिश की झडी शुरू थी. अतिवृष्टि की संभावना के अनुरूप बारिश नहीं हुई. जिससे किसानों को अब भी धुंआधार बारिश का इंतजार है. मात्र इस बारिश से किसानों को कुछ राहत मिली होकर प्रलंबित रोपाई कार्य कुछ मात्रा में शुरू होने की बात कहीं जा रहीह है.

जिले में 27.4 मीमी बारिश
जिले में बिते 24 घंटे में 27.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है. कुरखेडा तहसील में सर्वाधिक 64.8 मिमी बारिश हुई. उसके बाद भामरागढ तहसील में 59.7 मिमी, कोरची 36.9 मिमी, अहेरी 34.6 मिमी, देसाईगंज 29 मिमी, आरमोरी 19.7 मिमी, धानोरा 19.1 मिमी, एटापल्ली 18.6 मिमी, मुलचेरा 16.2 मिमी, सिरोंचा 15.1 मिमी, चामोर्शी 8.6 मिमी तथा गडचिरोली तहसील में 6 सबसे कम 6 मिमी बारिश दर्ज की गई है. 

गोसीखुर्द बांधा के  खोले गए 33 गेट
भंडारा जिले के गोसीखुर्द बांध के कुल 33 दरवाजे खोले गए है. जिसमें 30 दरवाजे आधे मिटर से तो 3 दरवाजे 1 मिटर से खोले गए है. इसमें से 3982 क्युमेक्स पानी का विसर्ग हो रहा है. जिससे वैनगंगा नदी का जलस्तर बढनेवाला होकर गडचिरोली जिले के वैनगंगा नदी व उसके उपनदीयों को तट पर रहनेवाले नागरिकों को सतर्कता की चेतावनी आपदा प्रबंधन विभाग ने दी है.