Gosekhurd Dam, Bhandara

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    • गोसीखुर्द बाढ़ स्थिती के जायजा बैठक में पालकमंत्री ने दिए निर्देश 

    गड़चिरोली: तेलंगाना के मेडीगट्टा प्रकल्प से पानी छोड़ते व रोकते समय गड़चिरोली जिला प्रशासन को पूर्व सूचना दे, जिससे सिरोंचा तहसील के गोदावरी नदीतट के गांवों को समय पर सूचना देना तथा उन्हे सुरक्षित स्थल पर स्थलांतरीत करना संभव होगा. ऐसे निर्देश राज्य के नगर विकास मंत्री तथा जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिए.

    जलसंपदा मंत्री जयंत पाटील के अध्यक्षता में गोसीखुर्द बांध के बाढ़ स्थिती संदर्भ में आयोजित जायजा बैठक में वे बोल रहे थे. बिते वर्ष अचानक पानी छोड़े जाने व जिला प्रशासन को पूर्व सूचना नहीं दिए जाने के कारण गोसीखुर्द में जलस्तर बढ़ गया. जिससे विदर्भ में बाढ़ की स्थिती निर्माण होकर खेती व मकानों का व्यापक नुकसान हुआ था. जिससे इस वर्ष ऐसी स्थिती निर्माण न हो, इसके लिए पालकमंत्री शिंदे ने सूचना दिए है.

    तेलंगाना का श्रीराम सागर व कडेम इन 2 बांध से पानी छोड़े जाने से गोदावरी नदी को बाढ़ आती है. गोदावरी नदी सिरोंचा से सटकर बहती है. जलस्तर बढ़ने से प्राणहिता नदी का बहाव थमता है. बैकवाटर तैयार होता है. जिससे सिरोंचा तहसील व अहेरी सिमावर्ती क्षेत्र में बाढ़ की स्थिती निर्माण होती है. ऐसी बात भी पालकमंत्री शिंदे ने कहीं. 

    समन्वय आवश्यक 

    मध्य प्रदेश के संजय सरोवर का पानी वैनगंगा, गोसीखुर्द में बढ़ने के कारण गोसीखुर्द बांध से पानी छोड़ना पड़ता है. फलस्वरूप वैनगंगा व प्राणहिता इन दोनों नदी तट के गांवों को फटका लगता है. गोसीखुर्द से पानी छोड़ने के बाद वह पानी गड़चिरोली तक पहुचने के लिए 12 से 15 घंटे लगते है. जिससे मध्यप्रदेश व तेलंगणा सरकार पानी छोड़ते समय या रोकते समय गड़चिरोली जिला प्रशासन को सूचित करे.

    वहीं मुख्य अभियंता भी समय पर गड़चिरोली जिला प्रशासन को पूर्वसूचना दे. जिससे नियोजन उचित तरीके से किया जा सकेगा. नदीतट के गांवों में रहनेवाले ग्रामीणें को सुरक्षित स्थल पर स्थलांतरीत कना संभव होगा, ऐसी बात पालकमंत्री शिंदे ने कहीं है. इसके लिए तेलंगाना प्रशासन व जिला प्रशासन में समन्वय रखना आवश्यक है. 

    तिनों राज्य के सचिवों होगी बैठक 

    पालकमंत्री एकनाथ शिंदे के सूचनाओं की सूध ली जाएगी. इस संदर्भ में आगामी 8 से 10 दिनों में मध्यप्रदेश, तेलंगाना व महाराष्ट्र के सचिव की संयुक्त बैठक आयोजित की जानेवाली है. उसमें यह सूचना रखकर उसपर कार्रवाई की जाएगी. ऐसी बात राज्य के जलसंपदा मंत्री जयंत पाटील ने कहीं है. जिलास्तर पर जिलाधिकारी, जलसंपदा विभाग, राजस्व विभाग की संयुक्त बैठक लेकर बाढ़ की स्थिती के संदर्भ में सतर्क रहकर उपाययोजना की जएगी. ऐसी बात भी पाटील ने कहीं.