गड़चिरोली. जिले में बीते 2 दिनों से शुरू निरंतर बारिश के कारण किसानों के चेहरे खिल गए हैं. खरीफ सीजन में इस झमाझम बारिश के कारण अनेक किसानों के खेत में पानी जमा हुआ है. रोपाई के कार्य में गति आयी है. किसानों के साथ मजदूरों में खुशी की लहर है.
आसमान की ओर थी किसानों की निगाहें
जिले में इस वर्ष बुआई के बाद अचानक बारिश विलुप्त होने के कारण किसानों में चिंता थी. बारिश के अभाव में अंकुरित फसलें सूखने के कगार पर थे. किसानों पर दोबारा बुआई की संकट आया था. खेतों में आवश्यक पानी जमा नहीं होने से रोपाई के कार्य भी प्रलंबित थे. जिले के किसानों की निगाहें हरदम आसमान पर टिकी रहती थी.
इस दौरान करीब 8 दिनों के विराम के बाद पिछले दिनों जिले में सर्वत्र बारिश ने हाजिरी लगा दी. सर्वत्र झमाझम बारिश होने से बारिश की राह ताकनेवाले किसानों को व्यापक राहत मिली है. धुआंधार बारिश से बुआई किए गए खेत समेत अनेक बांधों में पानी जमा हुआ है. अनेक किसानों ने रोपाई कार्य प्रारंभ किए हैं. रोपाईकार्य जल्द निपटाने के लिए किसान मजदूरों की जुगाड़ करने में जुटे हैं जिससे मजदूरों को भी रोजगार प्राप्त होगा. जिले में हुई झमाझम बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्र के किसान व मजदूरों में खुशी की लहर है.
जिले में औसतन 20.8 मिमी बारिश
जिले में अधिकांश क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है. विगत 24 घंटे में जिले में औसतन 20.8 मिमी बारिश दर्ज हुई है. जिले में आरमोरी तहसील में सर्वाधिक 53.9 मिमी बारिश एवं सिरोंचा तहसील में सबसे कम 3.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है. गड़चिरोली तहसील में 36.5 मिमी, कुरखेड़ा 50.1 मिमी, चामोर्शी 26.9 मिमी, एटापल्ली 6.3 मिमी, धानोरा 28.5 मिमी, कोरची 18.7 मिमी, देसाईगंज 17.8 मिमी, मुलचेरा 8.2 मिमी, बारिश दर्ज हुई है.
नदियों का जलस्तर सामान्य
जिला आपदा प्रबंधन ने बताया कि जिले में गुरुवार को निरंतर बारिश हुई. फिर भी जिले के नदियों का जलस्तर सामान्य है. वैनगंगा नदी पर के गोसीखुर्द बांध के 33 गेट बंद होकर 160 क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है. चिचडोह बैरेज के सभी 38 गेट शुरू है. 778 क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है. वैनगंगा नदी का जलस्तर पवनी, देसाईगंज, वाघोली व आष्टी सरीता मापन केंद्र पर के पंजीयन के अनुसार सामान्य है. प्राणहिता नदी नदी का जलस्तर महागांव व टेकरा सरिता मापन केंद्र के पंजीयन के अनुसार सामान्य है. गोदावरी नदी पर के मेडीगड्डा बैरेज के 85 में से 12 गेट शुरू है. 519 क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है. इंद्रावती तथा पर्लकोटा नदी का जलस्तर सामान्य है.