File Photo
File Photo

    Loading

    गड़चिरोली. पिछले सप्ताह भर से बारिश नहीं होने से किसानों की नजरें आसमान पर टिकी हुई है. बारिश के अभाव में खेत जमीन में दरारें पड़ने लगी हैं. वहीं संपूर्ण जिले में रोपाई के कार्य भी प्रभावित हुए हैं. बता दें कि, जिले में अब तक  दमदार बारिश नहीं हुई है. जिससे कारण जिले पर अकाल का संकट मंडराते हुए दिखाई दे रहा है.  इस वर्ष बरसात में पहली बारिश समय पर हुई.

    जिसके बाद किसान खेती कार्य करना शुरू कर दिये. परंतु इसके बाद बारिश रुठ गई. केवल पर्रे बचाने के लिये ही बारिश हुई. धान रोपाई कर एक माह की कालावधि बीत गई है. आठ दिन पहले हुई बारिश से किसानों ने रोपाई के कार्य किए. मात्र अब पिछले आठ दिनों से जिले में बारिश ही नहीं हो रही है. बारिश नहीं होने के कारण खेतों में जमा पानी सूख गया है.

    जिसके कारण अनेक किसानों के रोपाई कार्य प्रभावित हुए हैं. बता दें कि, जिले में आधे से अधिक किसानों ने रोपाई कार्य की शुरुआत ही नहीं की है. रोपाई में विंलब होने पर उत्पादन में कमी आने का अनुभव जिले के किसानों को है. जिले में अब तक केवल 6 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में रोपाई के कार्य पूर्ण होने की जानकारी कृषि विभाग ने दी है.

    रोपाई का सत्र धीरे-धीरे खत्म होने से किसानों में चिंता का वातावरण है. जिन किसानों के पास सिंचाई सुविधा है, ऐसे किसान रोपाई कार्य पूर्ण कर कुचे है. जिन किसानों के पास सिंचाई सुविधा नहीं है, ऐसे किसान मात्र आसमान से आस लगाए हुए बैठे हैं. विशेषत: हल्के जाति के धान की रोपाई न होने से इस फसल की अवधि भी समाप्त होने की कगार पर होने से किसान चिंताग्रस्त हो गये हैं.

    रोपाई किए फसल खतरे में 

    चामोर्शी तहसील में रोपाई किए गए धान फसल खतरे में दिखाई दे रहे हैं. बता दे कि, इस तहसील में सिंचाई सुविधावाले किसानों ने 10 दिन पहले रोपाई कार्य पूर्ण किया था. परंतु रोपाई करने के बाद फसलों को आवश्यकता के अनुसार पानी नहीं मिलने के कारण खेतों में दरारें पड़ने लगी हैं. अनेक किसानों ने रोपाई कार्य के लिये अपने पास उपलब्ध पानी का उपयोग किया. परंतु फसल को आवश्यकता के अनुसार देने के लिये पानी ही उपलब्ध नहीं होने से रोपों की वृद्धि नहीं हो रही है. इस तहसील के अधिकतर क्षेत्र में अब तक रोपाई के कार्य की शुरुआत नहीं हुई है. कुछ किसानों ने समीपस्थ नाले पर ऑइल इंजन लगाकर रोपाई का कार्य किया है. ऐसे में वरूण देवता की अवकृपा होने के कारण किसान वर्ग चिंता में पड़ गये हैं. कुछ दिनों से धान पर्रे रोपाई लायक हुए हैं. पानी के अभाव में रोपाई के भी अधर में है. 

    गर्मी, उमस से हाल-बेहाल

    पिछले आठ दिनों से जिले में बारिश नहीं हो रही है. जिसके कारण कड़ी धूप निकलकर गर्मी काफी बढ़ गयी है. जिससे गर्मी के चलते नागरिकों के हाल-बेहाल हो रहे हैं. बता दें कि, बरसात का मौसम शुरू होने के कारण अनेक लोगों ने अपने घरों के कूलर बंद कर दिये थे. लेकिन बारिश नहीं होने के कारण गर्मी व उमस से बेचैनी बढ़ने से पुन: कूलर को शुरू कर नागरिक गर्मी से राहत पाने का प्रयास कर रहे हैं. बावजूद इसके गर्मी से राहत मिलने नहीं दिखाई दे रही है. जिससे किसान समेत नागरिक भी बारिश की बड़ी बेसब्री से प्रतीक्षा करते नजर आ रहे हैं.