मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को कार्य पर से हटाया!

  • भेदभावपूर्ण बर्ताव बंद करे
  • मौसमी क्षेत्र कर्मचारी संगठना ने जिला मलेरिया अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

Loading

गडचिरोली. जिले के मौसमी क्षेत्र कर्मचरियों को हटाकर उनके जगह छिडकांव कर्मचारियों को आरटी के कार्यो पर पदभार संभालने के आदेश देकर मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को हटाने के आरोप करते हुए भेदभाव पूर्ण बर्ताव करना बंद करे, ऐसी मांग महाराष्ट्र राज्य मौसमी क्षेत्र कर्मचारी संगठना ने जिला मलेरिया अधिकारी की ओर ज्ञापन द्वारा की है. 

जिले में हर वर्ष मलेरिया का व्यापक उद्रेक होता है. इसपर नियंत्रण पाने के लिए सहसंचालक ने वर्ष 2016 से 839 मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों की नियुक्ती करने का आदेशित किया था. विज्ञापन के अनुसार मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को गृहभेट देना, रक्त नमुने जांचना, गप्पी मछलियां छोडना, कीटनाशक का छिडकांव करना आदि कार्य दिए गए थे. जिसके तहत वर्ष 2016 से नियुक्त क्षेत्र कर्मचरियों को आरटी का कार्य दिया जा रहा था. वहीं छिडकांव कर्मचारियों को भी प्रतिवर्ष छिडकांव का कार्य व मौसम क्षेत्र कर्मचारियों को आरटी का कार्य दिया जा रहा था. मात्र इस वर्ष आरटी व छिडकांव का कार्य भी छिडकांव कर्मचारियों को देने का मामला शुरू है. 

बाहरी कर्मचारियों को कार्य 

जिले में मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों की नियुक्ती करने के बावजूद स्थानीय क्षेत्र कर्मचारियों कार्य न देते हुए बाहरी जिले के छिडकांव कर्मचारियों को बुलाकर कार्य दिया जा रहा है. कोरोना महामारी होने के बावजूद बाहरी जिले के छिडकांव कर्मचारियों को फोन द्वारा जानकारी देकर बुलाया गया है. उन्हे किसी भी तरह के 14 दिन का क्वारंटाईन न रखते हुए कार्य पर पदभार संभालने की बात कहीं जा रही है. इस विषय पर अनेक बार ज्ञापन देने के बावजूद जिले के मौसमी कर्मचारियों को कार्य नहीं दिया गया. 

छिडकांव कर्मचारियों को आरटी के आदेश

इस समस्या के संदर्भ में जिले के मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों ने जिप अध्यक्ष की भेट ली. जिप अध्यक्ष ने वर्ष 2016 में चयन हुए मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को छिडकांव के आदेश देने की बात कहीं. मात्र छिडकांव प्रशिक्षण नहीं देने का कारण बाताकर छिडकांव के आदेश नहीं दिए. जिससे फिर से जिप अध्यक्ष की भेट लेने पर जून से मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को कार्य का पदभार संभालने का आदेश दिए. जिससे अनुसार यह कर्मचारी मुख्यालय में पदभार संभाला. मात्र उन्हे हटाकर उनके जगह छिडकांव कर्मचारियों को आरटी के कार्य पर पदभार संभालने के आदेश दिए गए है. जिससे मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को मानसिक परेशानियों का सामना करना पड रहा है. 

अधिकारियों द्वारा टालमटोल जवाब 

मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को हटाकर उनके छिडकांव कर्मचारियों को आरटी के कार्य पर नियुक्त करने की बात को लेकर मलेरिया अधिकारी कार्यालय के सहाय्यक कुनघाडकर से पुछने पर उन्होने जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार छिडकांव कर्मचारियों को 179 दिन कार्य देने के बाद अन्य कार्य मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को दे, ऐसी बात पत्र में होने की बात कहीं. जिसके अनुसार उनसे पत्र की मांग करने पर उन्होने पत्र न दिखाते हुए टालमटोल जवाब देने की बात संगठना ने कहीं है. 

मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को न्याय दे 

मौसमी छिडकांव कर्मचारी व मौसमी क्षेत्र कर्मचारी यह दोनों पद समान होने के बावजूद जानबुझकर वर्ष 2016 में नियुक्त हुए मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को दुजाभावपूर्ण बर्ताव किया जा रहा है. वर्ष 2016 में नियुक्त हुए मौसमी क्षेत्र कर्मचारियों को छिडकांव कार्य का प्रशिक्षण देकर जिले में छिडकांव का कार्य दे, वहीं मौसमी छिडकांव कर्मचारियों के सुची के निचे मौसमी क्षेत्र कर्मचरियों के नाम जोडकर संयुक्त सुची तैयार कर कर्मचारियों को न्याय दे, ऐसी मांग मौसमी क्षेत्र कर्मचारी संगठना के अध्यक्ष गितेश खेवले, सचिव घनश्याम भांडेकर, कोषाध्यक्ष अमोल ठाकरे व कर्मचारियों ने की है.